नई दिल्ली। भारत में तुर्की और अजरबैजान (Türkiye-Azerbaijan) के खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। जहां एक तरफ भारतीयों ने इन देशों की कभी ना यात्रा करने की कसम खाई है, वहीं कई कंपनियों ने भी तुर्की के कई फ्लाइट्स और होटल बुकिंग्स कैंसल कर दिए हैं। दरअसल इन दो देशों ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Vermilion) के दौरान पाकिस्तान को खुला समर्थन देने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद भारतीयों का गुस्सा भड़क गया। भारत में उठे विरोध के सुर के बीच तुर्की और पाकिस्तान एक बार फिर एक-दूसरे के कंधे पर हाथ फेरते नजर आए हैं। मंगलवार को तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान ने शाहबाज शरीफ को अपना ‘अनमोल भाई’ बताकर हर तरह के मदद का आवश्वासन दिया है।
इससे पहले आतंकवाद को लेकर पूरी दुनिया में पोल खुलने के बाद शाहबाज शरीफ ने अपने चुनिंदा साथियों में से एक तुर्की को धन्यवाद कहा था। शाहबाज शरीफ ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मेरे प्रिय भाई राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन द्वारा पाकिस्तान को दिए गए मजबूत समर्थन और अटूट एकजुटता से मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं। पाकिस्तान को तुर्की के साथ अपने स्थायी भाईचारे के संबंधों पर गर्व है। यह हर नई चुनौती के साथ मजबूत होते गए हैं।”
शाहबाज ने आगे लिखा, “मैं दक्षिण एशिया में शांति को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रपति की रचनात्मक भूमिका और दृढ़ प्रयासों के लिए विशेष रूप से आभारी हूं। पाकिस्तान और तुर्की के बीच संबंध मजबूत होते रहें।”
पहलगाम आतंकी हमले और भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने के बाद दुनिया भर के भारतीयों ने तुर्की और अजरबैजान के सामूहिक बहिष्कार की मुहिम छेड़ दी है। वहीं हाल ही में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी खुलासा किया था कि भारतीय नागरिकों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन तुर्की ने भेजे थे।
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