
नई दिल्ली । अगर आप भी अपने परिवार के साथ घूमने जानें की प्लानिंग बना रहे है तो ट्रैवल इंश्योरेंस (यात्रा बीमा) पॉलिसी को शामिल करना ना भूलें। यह पॉलिसी आप और आपके पूरे परिवार की यात्रा को सुखद और यादगार बनाने में मदद कर सकती है। आइए, जानते हैं ट्रैवल इंश्योरेंस करना क्यों जरूरी और इससे क्या-क्या फायदे हैं।
क्या है ट्रैवल इंश्योरेंस
ट्रैवल इंश्योरेंस एक भी प्रकार का बीमा पॉलिसी है, जो कि यात्रा के दौरान (देश के भीतर या बाहर), मेडिकल खर्चों, ट्रिप कैंसिल होने, सामान खोने, फ्लाइट कैंसिल, पर्सनल एक्सीडेंट या अन्य नुकसान की भरपाई और सुरक्षा प्रदान करता है। इससे आपको और आपके परिवार को ट्रैवल करने पर नुकसान की भरपाई के तौर पर इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ मिलेगा।
क्या हैं ट्रैवल इंश्योरेंस के फायदे
ट्रैवल इंश्योरेंस के फायदें की बात करें तो यह आपकी यात्रा और नुकसान की भरपाई करने में काफी मददगार साबित हो सकती है। ट्रैवल इंश्योरेंस लेने के बाद अगर फ्लाइट देरी या कैंसिल हो जाती है तो इस देरी के वजह से होने वाले खर्च जैसे की खाना-पीना या होटल में ठहरना का एक्सपेंस कवर होता है। विदेश यात्रा के दौरान अगर आपको मेडिकल इमरजेंसी हो जाती है, तो इलाज का सारा खर्च इंश्योरेंस कवर करता है।
यात्रा के दौरान कुछ सामान भूल जाना, खो जाना या चोरी हो जाने की स्थिति में ट्रैवल इंश्योरेंस कवर प्रदान करता है। यात्रा के दौरान कोई मेंबर के बीमार होने, एक्सीडेंट होने पर हास्पिटल का सारा खर्चा ट्रैवल इंश्योरेंस कवर करता है। दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में बीमा योजना के तहत परिवार को मुआवजा मिलता है। पासपोर्ट या जरूरी डॉक्युमेंट्स गुम हो जाने पर तत्काल सहायता और रीइश्यू का खर्च इंश्योरेंस देता है।
क्या नहीं होता कवर?
ट्रेवल इंश्योरेंस में कुछ ऐसी चीजें है जो इंश्योरेंस में कवर नहीं होता है। जैसे लंबे समय से चली आ रही बीमारी, अल्कोहल के सेवन से होने वाली बीमारी, एड्स, मेंटल डिसऑर्डर, प्रेगनेंसी, सिविल युद्ध से होने वाला नुकसान, स्पोर्टस खेलने के दौरान ऐक्सीडेंट पर आने वाला खर्च इन सब को ट्रेवल इंश्योरेंस में कवर नहीं होता है।
कितने कवर की जरूरत
ट्रेवल इंश्योरेंस कंपनियां ट्रिप का समय, ट्रिप में जाने वाले मेंबर की संख्या और गंतव्य के आधार पर पॉलिसी की प्रीमियम लेती है। आमतौर पर, कंपनियां विदेश के लिए 15,000 से 50,00,000 डॉलर तक का कवर ऑफर करती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेवल इंश्योरेंस ट्रिप पर आने वाले कुल खर्च का 4 से 8 फीसदी होता है।
बहुत बदलाव की संभावना नहीं
आपको याद हो कि, कंपनियां ट्रेवल इंश्योरेंस पॉलिसी में मॉडरेट करने की बहुत ज्यादा विकल्प नहीं देती है। कंपनियां सिर्फ कॉरपोरेट क्लाइंट को ही इंश्योरेंस पॉलिसी को मॉडरेट कराने की सुविधा मुहैया कराती है। जबकि व्यक्तिगत स्तर पर लिए गए इंश्योरेंस के प्लान को आपकी जरूरत के अनुसार डिजाइन करने का विकल्प कम होता है।
पॉलिसी कैंसिल हो सकती है या नहीं
ट्रेवल पॉलिसी को लेने के बाद ट्रिप पर जाने से पहले इसको रद्द कराया जा सकता है। ट्रिप पर जाने के बाद पॉलिसी रद्द नहीं होगी। पॉलिसी कैंसिल कराने पर कंपनी मामूली चार्ज की कटौती करती है।
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