
सर्वोच्च अधिकारी बनने का सपना लिए यूपीएससी परीक्षा में 9 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी हो रहे शामिल
इन्दौर। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) देश (India) 80 शहरों में 9 लाख 48 हजार अभ्यर्थियों (candidates) के लिए प्रारंभिक परीक्षा आयोजित कर रहा है। देश में सर्वोच्च अधिकारी (आईएएस, आईपीएस , आईएफएस आदि) बनने का सपना लिए आज की परीक्षा में शामिल होना युवाओं का सपना रहता है। अकेले इंदौर (Indore) शहर में 14692 (14 thousand ) अभ्यर्थियों के लिए 36 परीक्षा केंद्र (36 examination centers) बनाए गए हैं।

बिजली कंपनी पर भरोसा नहीं, जनरेटर हर केंद्र पर
यूपीएससी की परीक्षा में व्यवधान नहीं हो, इसके लिए हर परीक्षा केंद्र पर जनरेटर की व्यवस्था की गई है। दरअसल मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के समय बत्ती गुल हो जाने से विद्यार्थियों को असहज व्यवस्था और दिक्कत दोनों का सामना करना पड़ा था। मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचा था, इसलिए बिजली व्यवस्थाओं पर भरोसा न करते हुए जनरेटर की व्यवस्था की गई है।
बैग बाहर रखवाया और केवल पानी की पारदर्शी बोतल ले जा सके
परीक्षा केंद्र पर प्रवेश से पहले सख्त चेकिंग की गई। परीक्षा के निर्देश अनुसार अभ्यर्थी अपने साथ कैलकुलेटर, मोबाइल, आईटी गैजेट्स, डिजिटल घड़ी, ब्लूटूथ नहीं ले जा पाए। अभ्यर्थी केवल पारदर्शी पानी की बोतल, पेन, पेंसिल, ई प्रवेश व पहचान पत्र के साथ ही प्रवेश दिया गया।
एक जैसे कॉलेज की गफलत, अंतिम समय तक दौड़ते रहे
इंदौर शहर में 36 स्कूल-कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, वही गुजराती कॉलेज के तीन परीक्षा केंद्र बनाए जाने से गफलत में प्रवेश से पहले अभ्यर्थी रहे और एक जैसे नाम के कारण इधर-उधर भटकना पड़ा। शहर से दूर बने परीक्षा केंद्रों की तलाश भी परेशानी वाली रही
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