
डेस्क: ब्रिटिश एनर्जी (British Energy) दिग्गज बीपी पीएलसी (BP PLC) अपने कैस्ट्रॉल लुब्रिकेंट (Castrol Lubricants) व्यवसाय की बिक्री की तैयारी में है, जिसके चलते लुब्रिकेंट्स यूनिट को लेकर वैश्विक स्तर पर अधिग्रहण की चर्चा जोरों पर है. भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries), सऊदी अरामको, और निजी इक्विटी फर्म्स जैसे अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट, लोन स्टार फंड्स, ब्रूक्सफील्ड एसेट मैनेजमेंट और स्टोनपिक पार्टनर्स इस यूनिट में रुचि दिखा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, इस अधिग्रहण का मूल्यांकन 8 से 10 अरब डॉलर के बीच हो सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक यह प्रक्रिया अभी शुरुआती दौर में है. अगले कुछ हफ्तों में प्रारंभिक बोलियां मिलने की उम्मीद है. सौदे की कीमत अभी तक तय नहीं हुई है. साथ ही कुछ और बोलीदाता मिलकर इसमें बोली लगा सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि बैंकर इस सौदे के लिए लगभग 4 अरब डॉलर के कर्ज की व्यवस्था पर विचार कर रहे हैं, जो यूरो और डॉलर जैसी मुद्राओं में हो सकता है. इसमें लिवरेज्ड लोन और हाई-यील्ड बॉन्ड शामिल हो सकते हैं.
सऊदी अरामको, जो दुनिया की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी है, कैस्ट्रोल के एशिया और विशेषकर भारत में मौजूदगी में रुचि रखता है. कैस्ट्रोल इंडिया लिमिटेड, जो मुम्बई में सूचीबद्ध है, का वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 2.5 अरब डॉलर है. अरामको ने 2023 में वैल्वोलिन लुब्रिकेंट्स यूनिट को 2.65 अरब डॉलर में अधिग्रहित किया था, और वह कैस्ट्रोल के साथ इसे एकीकृत करने पर विचार कर रहा है.
भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज भी कैस्ट्रोल के अधिग्रहण में रुचि दिखा रही है . रिलायंस की पहले से ही अरामको के साथ साझेदारी है; 2019 में अरामको ने रिलायंस के ऑयल-टू-केमिकल्स डिवीजन में 20% हिस्सेदारी 75 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर खरीदी थी. इसके अलावा, निजी इक्विटी फर्म्स जैसे अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट और लोन स्टार फंड्स भी इस यूनिट में रुचि दिखा रहे हैं. बीपी ने इन संभावित खरीदारों को प्रारंभिक जानकारी भेजी है, और कुछ बैंकर लगभग 4 अरब डॉलर के ऋण की व्यवस्था कर रहे हैं ताकि बोली प्रक्रिया में भाग लिया जा सके.
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