
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बताया कि उसका गगनयात्री (Sky Traveler) आगामी एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 Mission) के दौरान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) पर सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण अनुसंधान (Microgravity Research) प्रयोग करेगा। यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अंतरिक्ष में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा। एक्सिओम-4 मिशन (एक्स-4), जिसे गगनयात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 8 जून को आईएसएस तक ले जाएंगे।
इसरो बयान के मुताबिक, गगनयात्री एक मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, जो सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों का अध्ययन करेगा। इस प्रयोग का उद्देश्य विभिन्न वैज्ञानिक और चिकित्सा अनुसंधान करना है, जो भविष्य में मानव स्वास्थ्य और अंतरिक्ष यात्रा के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
इसरो ने कहा कि इस मिशन के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए जाएंगे, जो अंतरिक्ष में जीवन के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे। सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में रिसर्च से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे मानव शरीर और अन्य जीवों पर अंतरिक्ष का प्रभाव पड़ता है। यह जानकारी भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगी।
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