
नई दिल्ली । गाजा(Gaza) की ओर बढ़ रही पर्यावरण (environmental)कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Thunberg)वाले जहाज को बीच में रास्ते में ही रोक(stopped mid-way) लिया गया है। खबर है कि इजरायली बलों ने नौका को बीच रास्ते में रोका है। इसके अलावा उसे इजरायल ले जाया जा रहा है। थनबर्ग समेत जहाज पर 11 लोग सवार हैं। मैडलीन नामक इस जहाज से गाजा में मानवीय सहायता ले जाई जा रही थी, जिसका संचालन फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन कर रहा था।
यरुशलम पोस्ट के अनुसार, मैडलीन के संचालकों ने टेलीग्राम के जरिए बताया है कि IDF सुबह करीब 3 बजे नौका पर पहुंच गई थी। यहां मौजूद सभी लोगों को को कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया है और इजरायली नौसेना जहाज को अशदोद पोर्ट ले जा रही है। इससे पहले IDF ने अनुमान लगाया था कि जहाज इजरायली क्षेत्र में करीब एक घंटा पहले ही पहुंच जाएगा।
इजरायल ने कहा था रोकेंगे नौका
इजराइल के रक्षा मंत्री ने पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं को ले जा रही राहत सहायता नौका को गाजा पट्टी तक पहुंचने से रोकने की प्रतिबद्धता जताई। रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने रविवार को कहा कि इजराइल किसी को भी फलस्तीनी क्षेत्र पर अपनी नौसैनिक नाकेबंदी तोड़ने की अनुमति नहीं देगा, जिसका उद्देश्य हमास को हथियार आयात करने से रोकना है।
यह नौका पिछले रविवार को सिसिली से गाजा की समुद्री नाकेबंदी तोड़ने और मानवीय सहायता पहुंचाने के मिशन के साथ रवाना हुई थी। इसका मकसद फलस्तीनी क्षेत्र में बढ़ते मानवीय संकट के बारे में दुनिया को जागरूक करना भी है। कार्यकर्ताओं ने कहा था कि उनकी योजना रविवार को ही गाजा के जलक्षेत्र में पहुंचने की है।
जहाज पर मौजूद अन्य लोगों में यूरोपीय संसद की फ्रांसीसी सदस्य एवं फिलिस्तीनी मूल की रीमा हसन भी शामिल हैं। फलस्तीनियों के प्रति इजराइल की नीतियों का विरोध करने के कारण उन्हें इजराइल में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।
पिछले महीने भी फ्रीडम फ्लोटिला की नौका ने समुद्र के रास्ते गाजा पहुंचने की असफल कोशिश की थी, हालांकि, माल्टा के अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में पर पहुंचने पर समूह की एक अन्य नौका पर दो ड्रोन की मदद से हमला किया गया, जिससे यह कोशिश नाकाम हो गई। समूह ने इस हमले के लिए इजराइल को दोषी ठहराया। इस हमले में नौका का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
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