
नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) ने सोमवार को दावा किया कि टैक्स (Tax) हैवन देशों द्वारा जानकारी साझा न किए जाने के चलते सेबी (SEBI) की अदाणी समूह (Adani Group) के खिलाफ जांच बाधित हो रही है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार (Central Government) पर टैक्स हैवन देशों पर दबाव न बनाने का आरोप लगाया। कांग्रेस का यह दावा ऐसे समय सामने आया है, जब पीएम मोदी साइप्रस दौरा करके कनाडा के लिए निकल गए हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘प्रधानमंत्री साइप्रस से कनाडा के लिए निकल गए हैं। बेशक वे हमें ये विश्वास दिलाना चाहेंगे कि ये महज इत्तेफाक है कि ‘मोदाणी घोटाले’ का एक मुख्य आरोपी साइप्रस का नागरिक है।’ जयराम रमेश ने दावा किया कि ‘साइप्रस के फंड न्यू लीना में 42 करोड़ डॉलर अदाणी समूह की कंपनियों के हैं। इस फंड का लाभार्थी एमीकॉर्प है, जिसे माना जाता है कि अदाणी प्रमोटर्स की कम से कम सात इकाइयों, विनोद अदाणी की 17 ऑफशोर कंपनियों और मॉरीशस के तीन ऑफशोर निवेशकों, जिन्होंने अदाणी ग्रुप के स्टॉक में भी निवेश किया हुआ है, से जुड़ाव है।’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि सेबी द्वारा अदाणी समूह की जो जांच की जा रही है, वह टैक्स हैवन देशों द्वारा जानकारी साझा न करने के चलते प्रभावित हो सकती है, लेकिन केंद्र सरकार इन देशों पर दबाव नहीं बना रही। उल्लेखनीय है कि टैक्स हैवन देश वो होते हैं, जहां या तो बहुत कम टैक्स लगता है या फिर बिल्कुल नहीं लगता है। इसके चलते दुनियाभर के अमीर ऐसे देशों में अपना पैसा निवेश करते हैं। अदाणी समूह ने कांग्रेस के आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। बीते समय अदाणी समूह पर अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने धोखाधड़ी और शेयर के मूल्य में हेरफेर के आरोप लगाए थे। उसके बाद से ही कांग्रेस अदाणी समूह पर हमलावर है और इसे लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है।
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