
चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) के प्रसिद्ध श्री सांवलिया सेठ मंदिर (Shri Sanwaliya Seth Temple) में भक्तों की आस्था का एक और अनोखा नजारा देखने को मिला। डूंगला के एक व्यवसायी मांगीलाल जारोली (Businessman Mangilal Jaroli) और उनके परिवार ने अपनी मनोकामना पूरी होने पर भगवान सांवलिया सेठ को 10 किलो चांदी से बना पेट्रोल पंप (Petrol pump made 10 kg silver) भेंट किया। यह अनूठा चढ़ावा काफी चर्चा में है। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।
मनोकामना हुई थी पूरी
मांगीलाल जारोली के परिवार ने कुछ समय पहले पेट्रोल पंप खोलने की अनुमति के लिए सांवलिया सेठ के दरबार में मन्नत मांगी थी। कई अड़चनों के बावजूद, जब उनका यह सपना पूरा हुआ, तो उन्होंने भगवान के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का अनोखा तरीका चुना। शनिवार को एक भव्य आयोजन के साथ, परिवार और रिश्तेदारों ने मिलकर 56 भोग की झांकी सजाई और गाजे-बाजे के साथ चांदी के पेट्रोल पंप को मंदिर में भेंट किया।
मंदिर में चढ़ाया 56 भोग प्रसाद
शनिवार को डूंगला से मंदिर तक एक भव्य जुलूस निकाला गया, जिसमें भजनों की धुन पर नाचते-गाते भक्त शामिल हुए। आसावरामताजी रोड से शुरू हुआ यह जुलूस शहर के कई रास्तों से गुजरता हुआ सांवलिया सेठ मंदिर पहुंचा। मंदिर में राजभोग आरती के बाद भगवान को 56 भोग अर्पित किए गए और चांदी का पेट्रोल पंप ठाकुरजी के चरणों में समर्पित किया गया।
आस्था का केंद्र है सांवलिया सेठ मंदिर
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। भक्त अपनी सफलता और समृद्धि का श्रेय सांवलिया सेठ को देते हैं और सोने-चांदी की अनोखी वस्तुएं चढ़ाते हैं। हाल ही में मंदिर के भंडार से 29 करोड़ रुपये से अधिक का चढ़ावा प्राप्त हुआ, जिसमें 142 किलो चांदी और 994 ग्राम सोना शामिल था।
सांवलिया सेठ मंदिर में चढ़ावे की परंपरा कोई नई बात नहीं है। भक्त अपनी मनोकामना पूरी होने पर हवाई जहाज, क्रिकेट बैट, डंपर जैसी अनोखी वस्तुएं भेंट करते हैं। इस बार चांदी का पेट्रोल पंप भेंट करने की खबर ने सभी का ध्यान खींचा। मांगीलाल जारोली ने बताया कि उनके बेटों, कुशल और सुशील कुमार, को पेट्रोल पंप की अनुमति मिलने में कई बाधाएं आईं, लेकिन सांवलिया सेठ की कृपा से सबकुछ संभव हो गया।
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