
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मिर्जापुर (Mirzapur) के हलिया क्षेत्र (Halia area) के बेलन बांध के अंदर बने टापू पर मचान बनाकर अपने जानवरों की रखवाली कर रहा चरवाहा बुधवार को बेलन नदी के जलस्तर में एकाएक वृद्धि हो जाने से बचने के लिए बबूल पेड़ पर चढ़ गया। बबूल के पेड़ पर चरवाहा भूखे पेट दो दिन तक बैठा रहा। जानकारी होते ही शुक्रवार को बरौंधा चौकी की पुलिस और ग्राम प्रधान ने चरवाहे को सुरक्षित बाहर निकाला तब जाकर चरवाहे के परिजनों ने राहत की सांस ली।
लालगंज थाना क्षेत्र (Lalganj police station area) के महुअट तुरकहवा निवासी 50 वर्षीय दुर्गा प्रसाद बेलन बांध बरौंधा के अंदर बने टापू के बीच मचान बनाकर अपने जानवरों की रखवाली कर रहा था। जब तेज बारिश होने लगी तब वह बुधवार को टापू पर चर रहे मवेशियों को बाहर लाने के लिए चला गया। इसी बीच अदवा बांध का छह गेट पानी निकालने के लिए खोल दिया गया। बांध के पानी से अदवा नदी में बाढ़ आ गयी। इससे एकाएक बेलन नदी में भी ऊफान आ गया। जानवरों की रखवाली कर रहे दुर्गा प्रसाद बेलन नदी में बह रहे पानी से बाहर आने की हिम्मत नहीं जुटा पाया और वह बबूल के पेड़ पर चढ़ कर नदी में पानी कम होने का इंतजार करता रहा।
वह दो दिनों तक नदी के बीच स्थित बबूल के पेड़ पर बगैर भोजन के बैठा रहा। जब इसी जानकारी परिजनों को हुई तब वे बरौंधा चौकी की पुलिस को सूचना दिए। थाना प्रभारी लालगंज बरौंधा चौकी इंचार्ज राज करन सिंह और प्रधान गोपाल कोल को साथ लेकर मौके पर पहुंचकर वाहन के ट्यूब के सहारे गोताखोरों को बबूल के पेड़ के पास भेज कर पेड़ पर बैठे दुर्गा प्रसाद को नीचे उतरवा कर बाहर लाए। तब जाकर परिवार वालों ने राहत की सांस ली। इस संबंध में लालगंज थानाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि अपने जानवर की रखवाली कर रहे नदी के अंदर पानी के बीच फंसे चरवाहे को सुरक्षित निकाल लिया गया।
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