
नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) को जल्द ही अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों (Apache Attack Helicopters) की ताकत मिलने वाली है. डिफेंस सूत्रों के मुताबिक, जोधपुर (Jodhpur) में 22 जुलाई को भारतीय सेना में अपाचे हेलीकॉप्टरों को शामिल किया जाएगा. वायु सेना के बेड़े में अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल है. अब यह थल सेना में शामिल होकर जमीनी ऑपरेशन को सफल बनाने में कारगर साबित होंगे. भारतीय सेना को अमेरिका से खरीदे गए अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टर मिले हैं, इन्हें ‘उड़ता हुआ टैंक’ या ‘फ्लाइंग तोप’ कहा जाता है. इनकी कीमत 860 करोड़ रुपये प्रति यूनिट है.
पहले फेज में 6 अपाचे हेलीकॉप्टरों में से 3 भारत पहुंचेंगे. ये तीनों हेलीकॉप्टर भारतीय सेना में शामिल किए जाएंगे. इन हेलिकॉप्टरों की खरीद 2020 में अमेरिका के साथ 600 मिलियन डॉलर (लगभग 5,000 करोड़ रुपये) के सौदे के तहत हुई थी. सूत्रों के मुताबिक जोधपुर में पहले से स्थापित 451 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन इन हेलिकॉप्टरों का संचालन करेगा, जो पश्चिमी सीमा की रक्षा के लिए तैनात होंगे.
इन अपाचे हेलीकॉप्टरों को भारतीय सेना में शामिल होने से भारतीय सेना की मारक क्षमता और ज्यादा मजबूत होगी. सेना को ये हेलीकॉप्टर बोइंग कंपनी से मिल रहे हैं, जो दुश्मन के ठिकानों पर सटीक वार करने में सक्षम हैं. गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय वायुसेना के बेड़े में भी अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल हैं. अब थल सेना के लिए भी इन्हें तैनात किया जा रहा है ताकि जमीनी ऑपरेशन को और दमदार बनाया जा सके. अपाचे हेलीकॉप्टर को अक्सर ‘उड़ता हुआ टैंक’ या ‘हवा में टैंक’ भी कहा जाता है. इसकी वजह है इसकी जबरदस्त मारक क्षमता और भारी हथियारों से लैस होना.
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