वाशिंगटन। यूरोपीय देश फ्रांस में मधुमक्खियों (Bees) को बचाने के लिए 10 से ज्यादा लाख लोगों ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। दरअसल, सरकार मधुमक्खियों को मारने वाले कीटनाशक एसेटामिप्रिड को मंजूरी देने वाला नया कानून ला रही है। रविवार तक लाखों लोगों ने इस कानून को वापस लेने की मांग करते हुए एक ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए। यह कीटनाशक 2018 से फ्रांस में प्रतिबंधित है, लेकिन अब “डुपलोंब कानून” के तहत इसे फिर से अनुमति देने का रास्ता खोला गया है।
10 दिन पहले 23 साल के युवती ने उठाई थी आवाज
यह याचिका 23 वर्षीय मास्टर्स छात्रा एलेनोर पैटेरी ने 10 जुलाई को शुरू की थी, जो खुद को “पर्यावरणीय विशेषज्ञ” बताती हैं। याचिका को फिल्म कलाकारों, वामपंथी सांसदों और नागरिक संगठनों का समर्थन मिल रहा है। शनिवार और रविवार के बीच ही इसमें 5 लाख से ज्यादा हस्ताक्षर जुटाए गए।
कानून का समर्थन और विरोध करने वालों की दलील
विरोध करने वालों का कहना है कि यह कानून पर्यावरण, जैव विविधता, सार्वजनिक स्वास्थ्य और जलवायु नीति के खिलाफ सीधी चोट है। इन लोगों के मुताबिक, एसेटामिप्रिड “बी-कीलर” यानी मधुमक्खियों का हत्यारा है, जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके इंसानों पर असर को लेकर भी गंभीर चिंता है, हालांकि इस पर व्यापक शोध अभी नहीं हुआ है।
वहीं, इस कानून के समर्थकों का कहना है कि किसान पहले से ही अत्यधिक नियमों से दबे हुए हैं और यह कानून उनकी समस्याओं को कम करने में मदद करेगा। विशेष रूप से बीट और हेज़लनट की खेती करने वाले किसानों को कीट नियंत्रण के लिए इसका विकल्प नहीं मिल रहा है।
सरकार क्या बोली
फ्रांस की नेशनल असेंबली की स्पीकर याएल ब्रॉन-पिवे ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह कानून को वापस नहीं लेंगी क्योंकि यह “हमारे कुछ किसानों को बचा सकता है”। हालांकि उन्होंने कहा कि 5 लाख हस्ताक्षरों के आंकड़े को पार करने पर इस मुद्दे पर सार्वजनिक बहस जरूर हो सकती है, लेकिन कानून को पलटना संभव नहीं होगा क्योंकि यह पहले ही संसद से पारित हो चुका है। गौरतलब है कि जून के अंत में कानून पारित होने से पहले पूरे फ्रांस में किसान, पर्यावरणविद् और वैज्ञानिक सड़कों पर उतरकर इसका विरोध कर चुके हैं।
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