
इंदौर। बारिश और हवा के चलते हाईकोर्ट परिसर में चंदन का पेड़ गिर गया था। वन विभाग की टीम नगर निगम के सहयोग से गिरे पेड़ की डालियां, शाखाएं और टहनिया छंटवाने के बाद कोर्ट परिसर में ही नया गड्ढा खुदवाकर गिरे पेड़ के रुट, मतलब मुख्य तने को दोबारा जमीन में पुनस्र्थापित करेगी। इंदौर फारेस्ट रेंजर ऑफिसर संगीता ठाकुर के अनुसार बारिश और हवा से हाईकोर्ट परिसर में चंदन का पेड़ गिरने की सूचना उन्हें उच्च न्यायालय के विशेष कत्र्तव्यस्थ अधिकारी नीरज मालवीय द्वारा मिली थी। इसके बाद कल वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर परिसर में गिरे चंदन के पेड़ की जानकारी जुटाई तो पता चला कि जमीन में उसकी जड़े ं गहरी और मजबूत नहीं थीं। इसके चलते वह तेज हवा और आंधी का दबाव झेल नहीं पाया। नतीजतन वह जमीन से उखडक़र गिर पड़ा।
25 साल बाद खुशबू देने लगता है सफेद चंदन का पेड़
फॉरेस्ट रेंजर संगीता ठाकुर ने बताया कि पेड़ सफेद चंदन प्रजाति का है। उसकी उम्र 25 साल से कम है, क्योंकि पेड़ में से पर्याप्त खुशबू नहीं आ रही थी। सफेद चंदन के पेड़ में से खुशबू 25 साल के बाद आने लगती है। वन विभाग चंदन के पेड़ को दोबारा जिंदगी देने के लिए हरसंभव कोशिश करेगा।
रेसीडेंसी एरिया से कई चंदन के पेड़ों की हो चुकी है चोरी
वैसे तो रेसीडेंसी एरिया अधिकारियों के निवास स्थल से भरा पड़ा है, लेकिन यहां भी वर्षों पुराने कई चंदन के पेड़ चोरी हो चुके हैं। इनमें से एक पेड़ तो कलेक्टर के निवास से भी चोरी हो चुका है और उसके भी चोर आज तक नहीं पकड़े गए हंै।
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