
नई दिल्ली । हर साल सावन माह (Sawan month) की पूर्णिमा को रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) का त्योहार मनाया जाता है। इस साल रक्षा बंधन 09 अगस्त को है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं। रक्षा बंधन के दिन भाई की कलाई पर कुछ खास किस्म की राखियां नहीं बांधनी चाहिए। मान्यता है कि इससे अशुभ फल मिलते हैं। जानें रक्षा बंधन पर भाई की कलाई पर किस तरह की राखी नहीं बांधनी चाहिए।
1. काले रंग की राखी- हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भाई की कलाई पर काले रंग की राखी नहीं बांधनी चाहिए। मान्यता है कि काले रंग का संबंध शनिदेव है। शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में क्रूर ग्रह माना गया है। माना जाता है कि काले रंग की राखी बांधने से अशुभ समय शुरू हो जाता है।
2. टूटी या खंडित राखी- रक्षा बंधन पर बहनों की कलाई पर टूटी या खंडित राखी को नहीं बांधना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
3. प्लास्टिक की राखी- भाई की कलाई पर प्लास्टिक की राखी को बांधना अशुभ माना गया है। कहते हैं कि प्लास्टिक अशुद्ध चीजों से बनती है और इस तरह की राखी बांधने से खराब समय शुरू हो सकता है।
4. अशुभ चिन्हों वाली राखी- कई बार लोग राखी खरीदते समय उस पर बने हुए डिजाइन या चिन्ह पर गौर नहीं करते हैं। लेकिन कलाई पर अशुभ चिन्हों वाली राखी बांधना अशुभ माना जाता है।
5. देवी-देवताओं वाली राखी- रक्षा बंधन पर भाई की कलाई पर भगवान वाली राखी बांधने से बचना चाहिए। इसका कारण है कि अगर राखी खुलकर जमीन पर गिर जाती है और पैरों के नीचे आ जाती है, तो जाने-अनजाने भाई को पाप का भागीदार होना पड़ सकता है। ऐसे में भगवान की प्रतिमा या चित्रों वाली राखी को बांधने से बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर : इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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