
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई जिलों (Districts) में मूसलाधार बारिश (Torrential Rain) हो रही है। इसके कारण राज्य के 14 जिले इस समय बाढ़ (Flood) की चपेट में हैं, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department) ने रविवार को भी प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
प्रशासनिक रिपोर्टों के अनुसार, बाढ़ के कारण कई जगहों पर सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे आवागमन ठप हो गया है। कई घरों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ रही है। किसानों को भारी नुकसान हुआ है, क्योंकि उनकी खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं।
प्रदेश में हाल के दिनों में हुई भारी बारिश के कारण कई नदियां जैसे- गंगा, यमुना, रामगंगा, गोमती, शारदा, और राप्ती खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। बहराइच, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, और श्रावस्ती जैसे उत्तरी जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या गंभीर हो सकती है, जिससे सड़कों पर यातायात बाधित होने और अंडरपास बंद होने की आशंका है।
इसके साथ ही, पिछले 24 घंटों में मुरादाबाद (270 मिमी), संभल (210 मिमी), हरदोई (170 मिमी), और बाराबंकी (320 मिमी) जैसे जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शहरी क्षेत्रों में जलभराव, ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान और कच्ची सड़कों को क्षति हो सकती है।
इन जिलों के लिए विशेष अलर्ट जारी
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved