
इंदौर। इंदौर (Indore) की रावजी बाजार थाना पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो मासूम बच्चों को बेचने का काला कारोबार चला रही थी। इस गैंग में शामिल महिलाओं ने अपनी शातिर चालों से कई परिवारों को अपना शिकार बनाया था। पुलिस ने इस मामले में कुल 11 आरोपी है, जिसमे पुलिस नें 9 आरोपियों महिलाओं और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज गिरफ्तार किया है और कुछ आरोपि अभी फरार है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पहले से ही आरोपी महिलाओं को पहचान लिया था और उसने उनके साथ एक डील की, जिसकी जानकारी उसने पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया फरियादी ने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात प्रमिला और वंदना से लगभग छह महीने पहले हुई थी, जब वे खुद को वरिष्ठ नागरिकों के लिए केयर सेंटर चलाने वाली बता रही थीं पूछताछ में पता चला कि प्रमिला और वंदना ने बच्चे के बदले रितेश से 10 लाख रुपये की डील की थी।
लेकिन सोनू को सिर्फ 4 लाख रुपये देने की बात कही गई थी। सोनू, जो गुजरात की निवासी है, उसने पुलिस को बताया कि उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया था और वह आर्थिक रूप से कमजोर हो गई थी। प्रमिला और वंदना ने उसे आर्थिक सहायता का वादा किया और डिलीवरी का खर्च भी उठाया, जिसके बाद उन्होंने उसे बच्चा बेचने के लिए मना लिया पुलिस का कहना है कि यह गिरोह उन महिलाओं को निशाना बनाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर या संकट में होती हैं।
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि ये महिलाएं ‘लुटेरी दुल्हन’ गिरोह जैसी गतिविधियों में भी शामिल हैं या नहीं। फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार की गई महिलाओं से पूछताछ कर रही है और यह जानने का प्रयास कर रही है कि कहीं और भी बच्चों की खरीद-फरोख्त तो नहीं की गई।
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