
नई दिल्ली । एनसीईआरटी(NCERT) ने ऑपरेशन सिंदूर(Operation Sindoor) पर खास मॉड्यूल जारी(Special module released) किया है। इस तरह से अब इसको एनसीआरटी सिलेबस(NCERT Syllabus) में शामिल कर लिया गया है। इसे कक्षा तीन से लेकर 12 तक किताबों में पढ़ाया जाएगा। इस मॉड्यूल में बताया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी। बल्कि यह शांति लाने के लिए भी उठाया गय कदम था। इसके साथ ही यह ऑपरेशन जान गंवाने वाले लोगों का सम्मान लौटाने का भी एक प्रयास था। ऑपरेशन सिंदूर के करीब तीन महीने के बाद इसे पाठ्यक्रम में सप्लीमेंट्री मटीरियल के रूप में शामिल किया गया है।
भारतीय सेना की कार्रवाई का विवरण
इस मॉड्यूल में कहा गया है कि वैसे तो पाकिस्तान पहलगाम हमले में डायरेक्ट इंवॉल्वमेंट से इनकार करता है। लेकिन इसे पाकिस्तानी के सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के सीधे आदेश पर अंजाम दिया गया था। इस मॉड्यूल में कहा गया है कि वैसे तो पाकिस्तान पहलगाम हमले में डायरेक्ट इंवॉल्वमेंट से इनकार करता है। लेकिन इसे पाकिस्तानी के सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के सीधे आदेश पर अंजाम दिया गया था। एक मॉड्यूल में ऑपरेशन सिंदूर का विवरण भी दिया गया है। इसमें बताया गया है कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए मिसाइलें दागीं। इसके अलावा हवाई हमले भी किए गए।
नष्ट्र किए आतंकी ठिकाने
आगे लिखा गया है कि इन नौ में सात आतंकी ठिकानों को भारतीय सेना ने तहस-नहस कर डाला। भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर में स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट कर डाला। यह सभी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे। एनसीआरटी के सिलैबस में भारत सरकार के इस पक्ष को मजबूती से रखा गया है कि इस दौरान किसी भी सिविलियन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसमें कहा गया है कि हर टारगेट को दो बार चेक किया गया था। इस दौरान केवल आतंकवादियों पर हमला किया गया। इस ऑपरेशन ने दिखाया कि भारत आतंकियों के आकाओं को किसी भी कीमत पर बख्शेगा नहीं।
छात्रों को बताएंगे सेना की ताकत
एनसीईआरटी सिलेबस में शामिल पहला मॉड्यूल, ‘ऑपरेशन सिंदूर-अ सागा ऑफ वैलोर’ को कक्षा तीन से आठ में पढ़ाया जाएगा। वहीं, दूसरा मॉड्यूल, ‘ऑपरेशन सिंदूर- ए मिशन ऑफ ऑनर एंड ब्रेवरी’ को नौ से 12वीं तक की कक्षा में पढ़ाया जाएगा। इन मॉड्यूल्स को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का मकसद छात्रों में भारतीय सेना की ताकत से अवगत करना है।
एस-400 का भी जिक्र
ऑपरेशन सिंदूर को ‘बहादुरी, रणनीति और नवाचार की जीत’ बताते हुए मॉड्यूल में भारत की वायु रक्षा प्रणालियों, जैसे एस-400 का भी उल्लेख किया गया है, जिसने लंबी दूरी पर दुश्मन के विमानों को मार गिराया और दुश्मन के ड्रोन भी नष्ट कर दिए। द्वितीयक चरण के पाठ में कहा गया है कि हैदराबाद, लखनऊ और भोपाल में मुस्लिम समुदायों ने काली पट्टियां बांधीं और हमले की खुलकर निंदा की। कश्मीर में दुकानदारों ने विरोध में अपनी दुकानें बंद कर दीं। सीमा के पास के गांवों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की और सशस्त्र बलों का समर्थन किया।
पुराने युद्धों का जिक्र
एक अध्याय में कहा गया है कि अतीत में, भारत अपने नागरिकों के लिए खड़े होने से कभी नहीं कतराया। हमने 1947, 1965, 1971 और 1999 के युद्धों में कड़ा जवाब दिया… ऑपरेशन सिंदूर भी जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन (एचयूएम) और पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के नेतृत्व वाले आतंकवाद को रोकने का भारत का तरीका था। इसमें कहा गया कि यह महज एक सैन्य अभियान नहीं था; यह शांति की रक्षा और मारे गए लोगों के सम्मान का वादा भी है।
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