
नई दिल्ली। इसरो (ISRO) के चीफ वी. नारायणन (V. Narayanan) ने कहा कि गगनयान (Gaganyaan) का टेस्ट मिशन (Test Mission) इस साल दिसंबर में लॉन्च होगा। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। इस प्रेस कॉन्फेंस में हाल में अतंरिक्ष यात्रा (Space Travel) से लौटे शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद थे।
SRO के अध्यक्ष वी. नारायणन ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रगति अभूतपूर्व और तीव्र रही है। 2015 से 2025 तक पूरे किए गए मिशन 2005 से 2015 तक पूरे किए गए मिशनों की तुलना में लगभग दोगुने हैं। पिछले 6 महीनों के दौरान तीन महत्वपूर्ण मिशन पूरे किए गए हैं। एक्सिओम-4 मिशन एक प्रतिष्ठित मिशन है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ले जाए गए और सुरक्षित वापस लाए गए पहले भारतीय शुभांशु शुक्ला हैं।”
ISRO के अध्यक्ष ने कहा, “. GSLV-F16 रॉकेट ने 30 जुलाई को सबसे प्रतिष्ठित NASA-ISRO सिंथेटिक एपर्चर रडार को सटीक रूप से स्थापित किया। अगले 2-3 महीनों में हम यूएसए का 6500 किलोग्राम का संचार उपग्रह लॉन्च करेंगे, जिसे हमारे प्रक्षेपण वाहन का उपयोग करके प्रक्षेपित किया जाएगा।”
शुभांशु शुक्ला ने कहा कि मैं उन सभी लोगो का धन्यवाद करना चाहता हुं जिन्होंने इस मिशन में साथ दिया। इस देश के सभी नागरिकों का धन्यवाद करना चाहता हूं। यह मिशन एक उदाहरण है। उन्होंने बताया कि कितनी भी ट्रेनिंग कर लें लेकिन जब असल उड़ान भरी वो एक्सपीरियंस अलग ही था।
उन्होंने कहा कि स्पेस में पहुंच के बॉडी में बदलाव होते है। बिना ग्रेविटी एडजस्ट होने में कुछ समय लगता है। उन्होंने कहा कि अभियान में हमें तकनीकी सफलता मिली। बच्चे मुझसे पूछ रहे हैं कि हम कैसे एस्ट्रोनॉट बन सकते हैं। ये देख के मुझे ख़ुशी होती है। शुक्ला ने कहा कि यह मिशन लोगों को साथ लेकर आया है। बच्चों के लिए एक संदेश यही कि मैंने कभी नहीं सोचा था ये कर पाऊँगा। लेकिन मैंने किया है तो आप भी कर सकते हैं। भारत आज भी अंतरिक्ष से सारे जहाँ से अच्छा लगता है।
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