
नई दिल्ली । किसानों (Farmers) के एक बार फिर सड़क पर उतरने को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) ने बड़ा बयान दिया। सोमवार को उन्होंने कहा कि सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग केवल हरियाणा और पंजाब के किसानों की नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों की है। उन्होंने यह टिप्पणी नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित ‘किसान महापंचायत’ में की। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से किसान शामिल हुए।
महापंचायत में मुख्य रूप से तीन मुद्दों पर विचार किया जा रहा है। इनमें सभी फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी; कृषि, डेरी, कुक्कुट पालन व मत्स्य पालन क्षेत्रों को अमेरिका के साथ प्रस्तावित समझौते से बाहर रखने और कृषि कानूनों के खिलाफ 2020-21 में किए गए आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज पुलिस मामलों को वापस लेने की लंबे समय से जारी मांग है। डल्लेवाल ने कहा, ‘आज की महापंचायत में हमने कोशिश की कि देशभर के किसान अपनी मांगें रखने के लिए यहां आएं। हम सरकार को बताना चाहते हैं कि एमएसपी की मांग केवल पंजाब और हरियाणा के किसानों की ही नहीं, बल्कि देशभर के किसानों की है।’
एसकेएम ने क्या रखी मांग
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा कि बैठक शांतिपूर्ण रहेगी और उसने किसानों व समर्थकों से बड़ी संख्या में भाग लेने का आग्रह किया। यह महापंचायत 2020 और 2021 के दौरान हुए किसान आंदोलन के लगभग चार साल बाद हो रही है। तब हजारों लोगों ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाला था। पुलिस के सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘हमने मौके पर लगभग 1200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई अप्रिय घटना नहीं हो और कानून-व्यवस्था न बिगड़े।’
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