
नई दिल्ली । अमेरिका(America) के साथ टैरिफ (AmericaTariff)को लेकर तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(President Vladimir Putin) इसी साल भारत आएंगे। रूस ने उनके इस दौरे की पुष्टि कर दी है। क्रेमलिन के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति दिसंबर में भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगे। क्रेमलिन ने बताया है कि इससे पहले पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान भी मुलाकात होगी।
क्रेमलिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पुतिन आगामी सोमवार को चीन में आयोजित शिखर सम्मेलन में मोदी से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा है कि दोनों नेता इस दौरान पुतिन के दिसंबर में होने वाले दौरे की तैयारियों पर चर्चा करेंगे।
बता दें कि यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन का यह पहला भारत दौरा होगा। इस दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है। पुतिन का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिका भारत और रूस की नजदीकियों से खुश नहीं है और संबंधों में दरार डालने की प्रत्यक्ष कोशिशें भी कर रहा है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते कुछ सप्ताह से रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत को लगातार निशाना बनाया है। ट्रंप ने आरोप लगाए हैं कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीद कर यूक्रेन जंग में रूस की आर्थिक मदद कर रहा है। अमेरिका की तरफ से यह भी कहा गया है कि भारत पर टैरिफ बढ़ाकर अमेरिका रूस को यूक्रेन जंग में समझौता करने के लिए मना सकता है। इस क्रम में अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है।
वहीं भारत ने अमेरिकी टैरिफ को बेतुका बताते हुए स्पष्ट कहा है कि भारत अपने हितों को सर्वोपरि रखेगा। भारत ने कहा है कि भारत अपने ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। वहीं भारत ने अमेरिका के इस कदम पर यह भी याद दिलाया है कि रूस के कच्चे तेल का सबसे बड़ा आयातक भारत नहीं, बल्कि चीन है। हालांकि अमेरिका ने चीन पर अब कोई अतिरिक्त प्रतिबंध नहीं लगाए हैं।
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