
वाशिंगटन। ट्रंप टैरिफ (Trump Tariffs) को लेकर अमेरिका और भारत (America and India) के बीच बातचीत जारी है। इस बीच, अमेरिका (America) के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor- NSA) जॉन बोल्टन (John Bolton) ने भारत (India) पर 50 प्रतिशत टैरिफ की आलोचना की और ट्रंप प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने अमेरिकी टैरिफ नीति को भारत के लिए बड़ी गलत ठहराया और कहा कि प्राथमिकता ऐसी सहमति पर होनी चाहिए जो शुल्क कम करे और वार्ता को खुला रखे। बोल्टन ने कहा कि टैरिफ कम करने और आगे की चर्चा के लिए रास्ता खुला रखने वाला समझौता सबसे बेहतर होगा। हमें टैरिफ पर आम सहमति बनाने और उसी आधार पर आगे बढ़ने पर ध्यान देना चाहिए।
संबंध सुधारने पर होनी चाहिए चर्चा
बोल्टन ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को पीएम मोदी को फोन करना चाहिए और संबंध सुधारने पर बातचीत करनी चाहिए। उन्हें क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत जाना चाहिए। रूसी तेल खरीदने पर भारत के लिए 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ पर बोल्टन ने कहा कि रूस पर कोई प्रत्यक्ष टैरिफ नहीं लगाया गया, जबकि चीन, जो भारत से भी ज्यादा तेल खरीदता है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि भारत के रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध चुनौतियां पेश करते हैं। बोल्टन ने सुझाव दिया कि रूस से तेल और गैस की खरीद कम करने की जरूरत है, और इसके कई तरीके हैं जिनसे भारत को आर्थिक नुकसान नहीं होगा।
ट्रंप को क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत जाना चाहिए
बोल्टन ने सुझाव दिया कि दोनों पक्षों को टैरिफ कम करने और विश्वास बहाल करने के लिए वार्ता फिर से शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए नेताओं के बीच व्यक्तिगत तालमेल बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत होनी चाहिए। अगर दोनों नेता इस बारे में फिर से बात करने के करीब हैं, तो यह एक अच्छा संकेत है। बोल्टन ने क्वाड के जरिए भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया और कहा कि ट्रंप को क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत जाना चाहिए।
ट्रंप को भारत के बारे में कम जानकारी
बोल्टन ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान का हालिया बयान, जिसमें कहा गया कि कश्मीर हमले के बाद तनाव कम करने में ट्रंप की कोई भूमिका नहीं थी, यह दर्शाता है कि इस मुद्दे को केवल भारत और पाकिस्तान ने मिलकर सुलझाया। उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने ऐसा कहा, और जो लोग भारत के बारे में थोड़ा-बहुत जानते हैं, वे जानते हैं कि इस तरह के समझौतों के बाद यही स्थिति रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मुद्दों को दोनों देश मिलकर सुलझाएंगे। बोल्टन ने कहा कि ट्रंप अक्सर अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों का श्रेय लेने की कोशिश करते हैं और नोबेल शांति पुरस्कार की बात करते हैं। ट्रंप का बयान इस बात का सबूत है कि उन्हें भारत के बारे में बहुत कम जानकारी है।
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