
नई दिल्ली । आज यानी 22 सितंबर से गुड्स एंड सर्विस टैक्स (Goods and Services Tax- GST) का नया टैक्स स्लैब (New tax slab) लागू हो चुका है। नई व्यवस्था में जीएसटी के चार स्लैब को घटाकर 5% और 18% के केवल दो स्लैब कर दिए गए हैं, जबकि लक्जरी और सिन प्रोडक्ट्स पर 40% जीएसटी स्लैब लागू होगा। इससे रोजमर्रा के कई सामानों पर टैक्स का बोझ कम हो गया है, लेकिन मोबाइल (Mobiles), लैपटॉप (Laptops) और इलेक्ट्रॉनिक गैजैट्स (Electronic gadgets) पर पहले की तरह 18% GST ही लागू रहेगा। यानी इनकी कीमतों में किसी तरह की कमी देखने को नहीं मिलेगी।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार ने जानबूझकर इन प्रोडक्ट्स पर टैक्स नहीं घटाया। इसका मकसद इंडस्ट्री में स्थिरता बनाए रखना और कंपनियों की प्रोडक्शन लागत को प्रभावित होने से बचाना है। टैक्स रेट्स स्थिर रहने से कंपनियों को स्टॉक मैनेजमेंट और प्राइसिंग स्ट्रैटेजी में भी आसानी होगी।
स्मार्टफोन ग्राहकों को राहत क्यों नहीं?
स्मार्टफोन और लैपटॉप खरीदने वालों को अब भी पुरानी दरों पर ही प्रोडक्ट्स खरीदने होंगे। हालांकि, किचन और ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसे रोजमर्रा की चीजों पर टैक्स कटौती हुई है, जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ थोड़ा कम होगा। यही अतिरिक्त पैसे वे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की खरीद पर खर्च कर सकते हैं।
कंपनियों की प्रतिक्रिया
Samsung, Apple, Lenovo और Dell जैसी बड़ी कंपनियों ने साफ कर दिया है कि GST स्लैब बदलाव का उनकी कीमतों पर कोई असर नहीं होगा। ग्राहक पहले की तरह मौजूदा रेट और ब्रांड ऑफर्स पर ही खरीदारी कर पाएंगे।
अब क्या करें खरीदार?
नई GST स्लैब से स्मार्टफोन और लैपटॉप की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में ग्राहकों को कीमतें घटने की उम्मीद छोड़कर मौजूदा ऑफर्स पर ध्यान देना चाहिए। समझदारी यही है कि अलग-अलग ब्रांड्स की डील्स और फेस्टिव ऑफर्स की तुलना करके सही समय पर खरीदारी की जाए।
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