नई दिल्ली। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) के वकीलों ने फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटर्टे (Rodrigo Duterte) पर मानवता के खिलाफ अपराधों के तीन आरोप लगाए हैं. पहले से ही ICC की हिरासत में कैद डुटर्टे पर “ड्रग्स के खिलाफ युद्ध” के नाम पर कम से कम 76 हत्याओं में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. वैसे तो 80 साल के इस पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ यहआरोप पत्र 4 जुलाई को ही दायर कर दिया गया था, लेकिन इसे सोमवार, 22 सितंबर को ही सार्वजनिक किया गया है.
ड्रग्स के खात्मे के नाम पर नरसंहार का आरोप
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट डुटर्टे की लीडरशिप में ड्रग्स के खिलाफ की गई कार्रवाई में सामूहिक हत्याओं की जांच कर रही है. आरोप है कि उन्होंने दक्षिणी फिलीपीन शहर दावो के मेयर और बाद में राष्ट्रपति के रूप में काम करते हुए ड्रग्स के खिलाफ जंग छेड़ी और बेरहमी से लोगों को मारा. डुटर्टे के राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान कार्रवाई में मरने वालों की संख्या का अनुमान अलग-अलग है. फिलीपीन की राष्ट्रीय पुलिस ने 6,000 से अधिक मौतों की सूचना दी है जबकि मानवाधिकार समूहों का दावा है कि 30,000 लोगों को मौत के घाट उतारा गया.
हालांकि डुटर्टे के समर्थकों ने उन्हें गिरफ्तार करने और इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में सरेंडर कराने के लिए, डुटर्टे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और फिलीपीन के वर्तमान राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर की सरकार की आलोचना की. डुटर्टे के समर्थकों का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति पर उनके देश के अंदर ही मुकदमा चलना चाहिए, यहां इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट का अधिकार क्षेत्र नहीं है. वहीं डुटर्टे ने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी गैरकानूनी थी और उनका एक तरह से अपहरण किया गया.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved