
इंदौर। इंदौर शहर (Indore City) अब चूहों (Rats) का भी मुकाबला नहीं कर पा रहा है। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट (Devi Ahilyabai Holkar Airport) और एमवाय हॉस्पिटल (MY Hospital) की हालत एक जैसी हो गई है। एमवाय हॉस्पिटल में बच्चों को काटने के बाद अब चूहों ने एयरपोर्ट पर एक यात्री (Travelers) को निशाना बनाया। एयरपोर्ट टर्मिनल में फ्लाइट के इंतजार में आराम कर रहे एक यात्री की पैंट (Pants) में एक चूहा घुस गया और यात्री को काट लिया। यात्री इस घटना से बुरी तरह घबरा गया। उसने हंगामा किया। बाद में उसे शांत करते हुए मेडिकल रूम में ले जाया गया, जहां उपचार की पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं थी। यह दुनिया के किसी भी एयरपोर्ट पर हुई अपनी तरह की पहली घटना है, जब किसी यात्री को बेहद संवेदनशील माने जाने वाले एयरपोर्ट पर किसी चूहे ने काट लिया हो।
यह चौंकाने वाली घटना मंगलवार दोपहर एयरपोर्ट टर्मिनल के डिपार्चर हॉल में हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल के रहने वाले अरुण मोदी इंडिगो एयरलाइंस की दोपहर 3.05 बजे इंदौर से बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट (6ई-6739) से जाने के लिए पत्नी के साथ दोपहर 1 बजे एयरपोर्ट पहुंचे थे। फ्लाइट में समय होने के कारण वे ग्राउंड फ्लोर पर ही डिपार्चर हॉल में लगे रिकलाइनर्स पर लेटे थे, तभी एक चूहा उनकी पैंट में नीचे की ओर से घुस गया। इससे वे चौंककर उठ खड़े हुए। उन्होंने बाहर से ही चूहे को पकड़ा। इस पर चूहे ने उन्हें घुटने के पीछे बुरी तरह से काट लिया। उन्होंने बचने के लिए वहीं पैंट भी उतार दी और चूहे को पकड़ा। उन्होंने और उनकी पत्नी ने इस घटना से नाराज होकर हंगामा किया। इस पर वहां मौजूद एयरपोर्ट स्टाफ ने आकर उन्हें शांत किया।
बेंगलुरु में लगवाया इंजेक्शन
अरुण ने बताया कि उनके डॉक्टर द्वारा जानवर द्वारा काटे जाने पर रैबीज का इंजेक्शन लगाने की सलाह दिए जाने पर जब इंदौर एयरपोर्ट पर वह नहीं मिला तो उन्होंने मांग की कि उन्हें प्रिस्क्रिप्शन लिखकर दिया जाए, ताकि वे कहीं और ये इंजेक्शन लगवा सकें। इस पर डॉक्टर ने उन्हें प्रिस्क्रिप्शन लिखकर दिया, जिसके आधार पर उन्होंने बेंगलुरु जाकर इंजेक्शन लगवाया।
टिटनेस का इंजेक्शन भी लगाने को नहीं थे तैयार
अरुण ने अग्निबाण से विशेष चर्चा में बताया कि वे भोपाल के रहने वाले हंै और हैदराबाद की एक आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं। वे इंदौर से बेंगलुरु होते हुए कालीकट जा रहे थे, तभी उनके साथ यह घटना हुई। वे और पत्नी बुरी तरह घबरा गए। घटना के समय वहां एयरपोर्ट स्टाफ नहीं था। हंगामे के बाद एयरपोर्ट स्टाफ आया और उन्हें मेडिकल इमरजेंसी रूम में लेकर गया, जहां डॉक्टर ने उनकी जांच कर घाव को साफ किया। उन्होंने यहां रैबीज का इंजेक्शन लगाने की बात कही, लेकिन स्टाफ ने बताया कि रैबीज का इंजेक्शन नहीं है। तब उन्होंने टिटनेस का इंजेक्शन लगाने को कहा तो स्टाफ ने वो भी न होने की बात कही। जब उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर की तो एयरपोर्ट मैनेजर द्वारा दखल दिए जाने के बाद स्टाफ ने एक टिटनेस का इंजेक्शन लगाया, जो पहले वो न होने की बात कह रहे थे।
कानपुर में भी फ्लाइट में मिला था चूहा
तीन दिन पहले उत्तरप्रदेश के कानपुर एयरपोर्ट से दिल्ली जाने वाले विमान में यात्रियों और क्रू को चूहा नजर आने के बाद विमान में अफरा-तफरी मच गई थी। सुरक्षा को देखते हुए सभी 172 यात्रियों को विमान से उतारकर टर्मिनल में भेजा गया था। इसके बाद स्टाफ ने चूहे को तलाशने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें 3 घंटे लगे। इसके बाद यह विमान दिल्ली के लिए रवाना हो सका था।
पहले भी चूहों की शिकायत
इंदौर एयरपोर्ट पर इससे पहले भी चूहों को लेकर यात्री शिकायत कर चुके हैं। कुछ समय पहले एक यात्री ने टर्मिनल में फूड काउंटर्स के पास चूहों को दौड़ते देख उनका वीडियो शेयर किया था। इसके अलावा एयरपोर्ट पर मच्छर, कॉकरोच और आवारा कुत्तों की शिकायत भी कई बार यात्री कर चुके हैं, लेकिन कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है। प्रबंधन की लापरवाही के कारण एयरपोर्ट के साथ ही देश के सबसे स्वच्छ शहर की छवि भी खराब हो रही है।
चल रहा है स्वच्छता पखवाड़ा
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती को देखते हुए एयरपोर्ट पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा के नाम से स्वच्छता पखवाड़ा चलाया जा रहा है, जिसमें एयरपोर्ट पर साफ-सफाई की बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हैं। इस बीच ये घटना एयरपोर्ट की व्यवस्थाओं की पोल खोल रही है। तीन दिन पहले भी एक यात्री ने एयरपोर्ट पर वॉशरूम में गंदगी के फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए व्यवस्थाओं पर सवाल उठाया था, जिसके जवाब में एयरपोर्ट प्रबंधन ने तुरंत सफाई करवाते हुए फोटो शेयर किए थे।
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