
नई दिल्ली । अमेरिकी राष्ट्रपति(us President) डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में हुई तीन रहस्यमयी घटनाओं को ‘ट्रिपल सैबोटेज'(Triple sabotage) करार देते हुए इसे एक सुनियोजित षड्यंत्र बताया है। उन्होंने इन घटनाओं की गहन जांच के लिए अमेरिकी सीक्रेट सर्विस को तुरंत निर्देश जारी किए हैं। ट्रंप के अनुसार, यूएन की ये ‘नीच’ घटनाएं उनके खिलाफ की गई साजिश का हिस्सा हैं, जिसमें एस्केलेटर का अचानक रुकना, टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी और साउंड सिस्टम का फेल होना शामिल है। राष्ट्रपति ट्रंप ने यूएन महासचिव को पत्र लिखकर सभी सुरक्षा टेप संरक्षित करने और तत्काल जांच की मांग की है।
ट्रंप ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक लंबा और गुस्से से भरा पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने इन घटनाओं का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने लिखा, “यूएन में कल एक वास्तविक अपमानजनक घटना घटी- न केवल एक, न दो, बल्कि तीन बहुत ही नीच घटनाएं! यह संयोग नहीं था, यह यूएन में ट्रिपल सैबोटेज था। उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए।” ट्रंप ने यूएन को ‘अक्षम’ बताते हुए कहा कि ये घटनाएं उनके भाषण को बाधित करने का प्रयास थीं, जो वैश्विक मंच पर अमेरिका की छवि को धूमिल करने का हिस्सा लगती हैं।
ट्रिपल सैबोटेज की पूरी कहानी
राष्ट्रपति ट्रंप मंगलवार को यूएन जनरल असेंबली की बैठक में पहुंचे थे, जहां उन्होंने अमेरिकी नीतियों पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। लेकिन उनकी यात्रा एक के बाद एक असफलताओं से ग्रस्त हो गई, जिसे उन्होंने ‘सैबोटेज’ का नाम दिया। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक बयान जारी करते हुए कहा, “संयुक्त राष्ट्र में वास्तविक अपमानजनक घटना हुई। न एक, न दो, बल्कि तीन-तीन संदिग्ध घटनाएं! ये महज संयोग नहीं हो सकता। यह सब सोची-समझी साजिश थी।”
तीन घटनाओं का जिक्र
एस्केलेटर बंद होना – ट्रंप ने बताया कि मुख्य भाषण मंच तक जाने वाले एस्केलेटर ने अचानक काम करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा, “यह चमत्कार ही था कि मेलानिया और मैं नीचे नहीं गिरे। हमने रेलिंग पकड़ रखी थी, नहीं तो स्टील की सीढ़ियों पर गिरकर बड़ा हादसा हो सकता था। यह बिल्कुल साजिश जैसा था।” उन्होंने दावा किया कि लंदन टाइम्स ने पहले ही रिपोर्ट किया था कि कुछ UN कर्मचारी एस्केलेटर रोकने को लेकर मजाक करते रहे हैं।
टेलीप्रॉम्प्टर फेल होना – अपने वैश्विक संबोधन के दौरान ट्रंप को टेलीप्रॉम्प्टर बंद हो जाने की समस्या का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “पहले एस्केलेटर, अब टेलीप्रॉम्प्टर! यह कैसी जगह है? तकरीबन 15 मिनट बाद टेलीप्रॉम्प्टर चालू हुआ। बावजूद इसके मेरे भाषण की दुनिया भर में शानदार सराहना हुई।”
साउंड सिस्टम की खराबी – ट्रंप ने बताया कि सभागार के ऑडियो सिस्टम ने भी काम करना बंद कर दिया। इसके चलते बिना अनुवादक ईयरपीस के उनकी आवाज सुनी नहीं जा सकी। उन्होंने कहा, “भाषण खत्म होने के बाद मेलानिया ने सबसे पहले कहा – ‘मैंने तुम्हारी एक भी बात नहीं सुनी।’ यह सब महज गड़बड़ी नहीं थी, यह तिहरी साजिश थी।”
वाइट हाउस का बयान
वाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलीन लीविट ने भी इस घटनाक्रम को “अस्वीकार्य” बताते हुए शक जताया कि यह किसी निर्दोष गलती का नतीजा नहीं हो सकता। लीविट ने एक्स पर लिखा, “अगर किसी ने जानबूझकर एस्केलेटर को उस वक्त रोका जब राष्ट्रपति और फर्स्ट लेडी उस पर चढ़ रहे थे, तो यह गंभीर मामला है। दोषियों को तुरंत बर्खास्त कर जांच की जानी चाहिए।”
जांच की मांग
ट्रंप ने कहा कि वे इन घटनाओं की पूरी जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भेजेंगे और मांग करेंगे कि सभी सुरक्षा रिकॉर्डिंग, खासकर एस्केलेटर आपातकालीन स्टॉप से जुड़ी फुटेज, सुरक्षित रखी जाए। उन्होंने कहा, “सीक्रेट सर्विस इसमें शामिल हो रही है। उम्मीद है कि सच्चाई जल्द सामने आएगी।”
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