
मंदसौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मंदसौर शहर (Mandsaur) में गुरुवार को उस वक्त सभी लोगों की आंखें नम हो गई, जब एक 78 वर्षीय बुजुर्ग महिला (Elderly woman.) के निधन के बाद उन्हें पूरे राजकीय सम्मान (State honor) के साथ पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of Honour) दिया। दरअसल महिला की मृत्यु के बाद उनके परिवार ने उनकी पार्थिव देह को जिले के सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय को दान कर दिया था। जिसके बाद उनके इसी नेक कार्य के प्रति आभार जताने के लिए अस्पताल में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उनके पार्थिव शरीर को इसे स्वीकार किया गया।
इस बारे में जानकारी देते हुए पटवा मेडिकल कॉलेज की डीन शशि गांधी ने कहा, ‘मंदसौर जिले के मेघदूत नगर में रहने वालीं 78 वर्षीय महिला सोहन देवी कंकरेचा का देहदान गुरुवार को सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में हुआ। यह देहदान उनके पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ़ ऑनर देकर किया गया। पिछले साल भी मंदसौर शहर से तीन देह दान किए गए थे, जबकि इस साल का पहला देहदान आज हुआ और हमने इसे ‘गार्ड ऑफ़ ऑनर’ देकर स्वीकार किया है।’
डीन ने आगे बताया कि ‘देहदान के बाद मृतक के शरीर को रसायनों की मदद से संरक्षित किया जाता है और MBBS छात्र इसका उपयोग अपनी पढ़ाई के लिए करते हैं। वे शरीर के विभिन्न अंगों, मांसपेशियों, नसों, रक्त आपूर्ति आदि के बारे में सीखते हैं, जिससे उन्हें अपने क्लिनिकल अभ्यास और आगे की पढ़ाई में मदद मिलती है।’ उन्होंने देहदान को महादान बताया और कहा कि इससे बड़ा कोई दान नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने जिले के नागरिकों और संगठनों से देहदान करने का आग्रह भी किया।
उधर मृत महिला के पति छगन लाल कंकरेचा ने इस अवसर पर कहा, ‘आज मैंने सुंदरलाल पटवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में अपनी पत्नी सोहन देवी कंकरेचा का देहदान किया। यहां हमें जो सम्मान मिला, उसके लिए मैं आभारी हूं। मैंने भी मृत्यु के बाद देहदान करने का निर्णय लिया है। मैं यही कहूंगा कि जिस तरह से मैंने खुद को प्रेरित किया, लोगों को भी इससे सीख लेनी चाहिए और मृत्यु के बाद देहदान करने की कोशिश करना चाहिए।’
इस मौके पर मंदसौर कलेक्टर अदिति गर्ग ने कहा, ‘मंदसौर जिले में एक परिवार ने देहदान किया है जिसका उपयोग मेडिकल कॉलेज में शोध और अध्ययन के लिए किया जाएगा। देहदान को बढ़ावा देने के लिए, राज्य सरकार ने देहदान करने वाले परिवार को सम्मानित करने का प्रावधान किया है जिसके तहत यहां ‘गार्ड ऑफ़ ऑनर’ दिया गया। मैं अन्य नागरिकों से भी आगे आकर देहदान में योगदान देने का अनुरोध करती हूं।’
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