
नई दिल्ली । दुबई(Dubai) में एशिया कप(Asia Cup) के दौरान भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम(Indian men’s cricket team) द्वारा स्थापित मिसाल के अनुसार ही हरमनप्रीत कौर(Harmanpreet Kaur) और उनकी टीम भी रविवार पांच अक्टूबर को कोलंबो में होने वाले महिला विश्व कप मुकाबले के दौरान पाकिस्तान की खिलाड़ियों से हाथ मिलाने की परंपरा नहीं अपनाएगी। पिछले तीन रविवार को हमने मेंस क्रिकेट में इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच देखा है और इस रविवार महिला क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान आमने-सामने होंगे।
भारत-पाक क्रिकेट संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) प्रमुख मोहसिन नकवी के दुबई में सूर्यकुमार यादव को विजेता ट्रॉफी नहीं सौंपने से तनाव और बढ़ गया। इससे पहले भारतीय मेंस टीम ने पाकिस्तानी प्रतिनिधि से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि, एशिया कप की ट्रॉफी जल्द भारत को मिल सकती है, क्योंकि एसीसी के चेयरमैन और पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी को एसीसी मुख्यालय को सौंप दिया है।
बीसीसीआई के एक सीनियर सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘बीसीसीआई सरकार के अनुसार काम करेगा और टॉस के समय हाथ मिलाने की कोई परंपरा नहीं होगी, मैच रेफरी के साथ कोई फोटोशूट नहीं होगा और खेल के अंत में कोई हाथ मिलाने की नीति नहीं होगी। पुरुषों द्वारा अपनाई गई नीति का पालन महिला टीम भी करेगी।’’
कोलंबो में टॉस कौन करेगा, इस पर भी नजरें लगी होंगी। उम्मीद है कि यह किसी तटस्थ देश के पूर्व खिलाड़ी या विशेषज्ञ द्वारा किया जाएगा। यह माहौल न्यूजीलैंड में हुए 2022 वनडे विश्व कप से बिल्कुल अलग होगा, जहां भारतीय खिलाड़ियों द्वारा बिस्माह मारूफ की बेटी को प्यार करने की तस्वीरें वायरल हुई थीं। इस बार हरमनप्रीत कौर और पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना के बीच सामान्य बातचीत भी होने की संभावना नहीं है। यही वजह है कि इस बार का मुकाबला बहुत ही ज्यादा दबाव भरा होगा।
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