वाशिंगटन। इजरायल-हमास युद्ध (Israel–Hamas War) के लगभग दो वर्ष पूरे होने के बीच गाजा के प्रमुख व्यापारियों, अर्थशास्त्रियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Israel–Hamas War) को एक असाधारण पत्र लिखकर युद्ध तत्काल समाप्त करने की अपील की है। यह पहली बार है जब गाजा के अमीर और प्रभावशाली लोग सीधे अमेरिका से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले 17 प्रमुख हस्तियों में गाजा चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख अयेद अबू रामादान और गाजा सिटी के मेयर याह्या अल-सारराज शामिल हैं। उन्होंने ट्रंप को इजरायल पर दबाव डालने और युद्ध रोकने का आह्वान किया है, जबकि हमास के प्रति अपनी दूरी स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि गाजा की जनता अब युद्ध से थक चुकी है और शांति चाहती है।
पत्र में लिखा गया है, “आप (ट्रंप) वह कर सकते हैं जो अन्य नहीं कर पाए। रक्तपात रोक सकते हैं, निर्दोषों की जान बचा सकते हैं और एक न्यायपूर्ण व स्थायी शांति की नींव रख सकते हैं।” अबू रामादान गाजा के व्यापारियों के प्रतिनिधि रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप इजरायल के सबसे बड़े समर्थक हैं और उनकी प्रभावशाली भूमिका ही इस युद्ध को रोक सकती है। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि केवल ट्रंप ही इस युद्ध को रोक सकते हैं।”
टाइम्स ऑफ इजरायल से बात करते हुए, युद्ध से पहले गाजा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अबू रामादान ने बताया कि पिछले दो वर्षों में उनकी स्थिति अन्य निवासियों से “कम कठिन” रही, लेकिन 90 प्रतिशत आवासीय भवनों के क्षतिग्रस्त या नष्ट होने के बीच अपार्टमेंट में रहना भी अब विलासिता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, गाजा में लाखों लोग तंबुओं में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा, “हम सब युद्ध समाप्ति के लिए तरस रहे हैं।”
गाजा सिटी के मेयर याह्या अल-सारराज ने व्हाट्सएप पर बातचीत में हमास से किसी भी संबंध से इनकार किया। उन्होंने कहा, “नगर पालिका एक स्वतंत्र प्रशासनिक और वित्तीय इकाई है, जो किसी राजनीतिक गुट के अधीन नहीं। हम केवल नागरिकों की सेवा के लिए हैं- जल, सीवेज, स्वच्छता और शहरी नियोजन हमारा काम है।” अल-सारराज ने खुद को राजनीतिक रूप से स्वतंत्र बताया और कहा, “गाजा के फिलिस्तीनी शांति चाहते हैं और हत्याओं व विनाश का तत्काल अंत। यह पत्र ट्रंप को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भेजा गया।”
इजरायल-हमास युद्ध की पृष्ठभूमि
युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई, जब हमास ने इजरायल पर हमला कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी और 251 लोगों को बंधक बना लिया। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया। गाजा के हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अब तक 65,000 से अधिक लोग मारे गए या लापता हैं। इजरायल का कहना है कि इनमें से 22,000 से अधिक हमास के लड़ाके थे।
हमास से दूरी: “हम शांति चाहते हैं, न कि अक्टूबर 7 जैसी हिंसा”
हस्ताक्षरकर्ताओं ने एकजुट होकर हमास से दूरी बनाई। गाजा कॉलेज के चेयरमैन मर्वान तराजी ने कहा, “हमास एक आतंकवादी संगठन है, हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं। फिर भी निर्दोषों की हत्या क्यों?” उन्होंने जोर देकर कहा, “गाजा की सड़कों पर हर कोई अब हमास के खिलाफ है। अक्टूबर 7 जैसी घटना हमारी परंपरा नहीं। हम इजरायल और यहूदियों के साथ शांति से जीना चाहते हैं।”
अर्थशास्त्री सैफ अल-दीन ओदेह ने गाजा सिटी से फोन पर कहा, “यह सेना बनाम सेना का युद्ध नहीं, बल्कि नागरिकों के खिलाफ एकतरफा विनाश है। प्रतिरोध (हमास) मौजूद ही नहीं। अगर होता, तो शहर दो सप्ताह में साफ न होता।” ओदेह ने हाल ही में इजरायली हमले के कारण अपना घर छोड़ा। उन्होंने मध्यस्थ बशारा बहबाह से अपील की, “विनाश को दो-चार दिनों के लिए रोकें, फिर बातचीत हो।”
आर्थिक तबाही: 900% महंगाई, अर्थव्यवस्था ध्वस्त
हस्ताक्षरकर्ताओं ने गाजा की आर्थिक पतन पर गहरा चिंता जताई। अबू रामादान ने इजरायल पर भ्रष्टाचार और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यह सीमित व्यापारियों को महंगे सामान आयात करने देता है और लुटेरों को संरक्षण। महंगाई 900% तक पहुंच गई।” उन्होंने कहा, “बाकी कम वेतन वाली स्वास्थ्य सेवाओं में 70% बेरोजगार है। नकदी नहीं, कुछ भी नहीं। गाजा की अर्थव्यवस्था खत्म हो चुकी- व्यापार, कृषि सब नष्ट।”
ओदेह ने कृषि भूमि के दूषित होने का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “हजारों विस्फोटक मिट्टी में घुल गए, शुद्धिकरण जरूरी है।” अल-सारराज ने विनाश का वर्णन करते हुए कहा, “शहर में आवासीय, व्यावसायिक, सांस्कृतिक भवन, अस्पताल, स्कूल, विश्वविद्यालय, चर्च, मस्जिद- सब क्षतिग्रस्त। 75% जल कुएं नष्ट, सीवेज प्लांट प्रभावित।”
PA की भूमिका, हमास का अंत
हस्ताक्षरकर्ता किसी राजनीतिक गुट से जुड़े नहीं, लेकिन अबू रामादान ने PLO और PA को शांति का रास्ता बताया। उन्होंने कहा कि “दो-राष्ट्र समाधान, न्यायपूर्ण शांति चाहिए। PA तत्काल या एक-दो वर्ष बाद भूमिका निभा सकता।” तराजी ने कहा, “सबसे जरूरी युद्ध रुकना और हमास का गाजा से बाहर होना।” अल-साराज ने निष्कर्ष दिया, “गाजा की समाज शांति चाहता है—बिना नाकाबंदी, खुले सीमाओं के साथ। कोई युद्ध जारी नहीं रखना चाहता।” युद्ध ने 120,000 से अधिक अमीरों को भागने पर मजबूर किया, लेकिन अबू रामादान ने कहा, “हम रहेंगे, निर्वासन स्वीकार नहीं। हम जड़ें हैं।”
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