
वाशिंगटन। अमेरिका (America) कल तक शांति की दुहाई दे रहा था और रूस-यूक्रेन युद्ध (रूस-यूक्रेन युद्ध) को किसी भी हाल में समाप्त करने का दावा कर रहा था। लगता है अब वह इस रुख से पीछे हट गया है। अमेरिका ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को नया मोड़ देने वाला एक बड़ा फैसला लिया है। अब वह यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ाई में हर संभव सहायता प्रदान करने का संकल्प ले चुका है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि अमेरिका अब यूक्रेन को रूस के ऊर्जा ढांचे पर मिसाइल हमलों के लिए जरूरी खुफिया जानकारी मुहैया कराएगा। समाचार पत्र की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन (Trump administration.) ने यूक्रेन के साथ लक्ष्यों पर निशाना साधने के डेटा साझा करने को मंजूरी दे दी है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, इस खुफिया जानकारी साझाकरण समझौते से पेंटागन और अमेरिकी खुफिया संस्थाओं को कीव को रूस की तेल शोधन संयंत्रों, पाइपलाइनों तथा अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर निशाना साधने में सहयोग करने का अधिकार मिल जाता है। ये सुविधाएं क्रेमलिन को यूक्रेन के खिलाफ जारी खूनी संघर्ष के लिए आवश्यक आर्थिक संसाधन और राजस्व उपलब्ध कराती हैं। सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी अधिकारियों ने नाटो के सहयोगी देशों से भी अनुरोध किया है कि वे कीव को इसी प्रकार की सहायता प्रदान करें। इसके अलावा, अमेरिका यूक्रेन को टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें और बाराकुडा जैसे हथियारों की आपूर्ति पर भी विचार कर रहा है, हालांकि इस संबंध में अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी दूत वसीली नेबेंज्या ने 1 अक्टूबर को चेतावनी दी कि यदि अमेरिका कीव सरकार को टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें मुहैया कराने का निर्णय लेता है, तो मॉस्को इसका उचित जवाब देगा। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि यूक्रेन के लिए संभावित अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइलों का मामला अभी तय नहीं हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि क्रेमलिन को पूर्ण विश्वास है कि भले ही यूक्रेन में टॉमहॉक तैनात हो जाएं, वे सैन्य परिदृश्य को किसी भी रूप से प्रभावित नहीं करेंगे। बता दें कि टॉमहॉक मिसाइलों की रेंज 1500 मील तक है, जिसके कारण मॉस्को भी यूक्रेन के दायरे में आसानी से आ सकता है।
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने पिछले सप्ताह एक बैठक में ट्रंप से कीव को टॉमहॉक मिसाइलें उपलब्ध कराने की अपील की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कमांडर-इन-चीफ इस मांग के प्रति सकारात्मक रुख अपनाने को तैयार नजर आए। न्यूयॉर्क पोस्ट की ही रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने पहली बार यह भरोसा जताया कि यूक्रेनी सेना पूरे देश को उसके मूल रूप में वापस हासिल कर सकती है। बता दें कि पिछले सप्ताह ट्रंप ने रूस को ‘कागजी शेर’ करार दिया था, जो नई अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट पर आधारित था। इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि यूक्रेन पर आक्रमण के फलस्वरूप क्रेमलिन आर्थिक दिवालियापन और युद्धक्षेत्र में पराजय की ओर बढ़ रहा है।
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