
इंदौर। नवरात्रि के त्योहार के दौरान इंदौर के नागरिकों द्वारा खरीदी गई अचल संपत्तियों के पंजीयन से सरकार को 109 करोड़ रुपए की कमाई हुई है। चालू वित्त वर्ष के 6 महीने में पिछले साल की तुलना में 100 करोड़ रुपए की ज्यादा कमाई हो गई है।
वर्ष के दौरान आने वाले प्रमुख त्योहार के मौके पर नागरिकों द्वारा अचल संपत्ति खरीदने और उसकी रजिस्ट्री करवाने के कार्य को प्राथमिकता दी जाती है। नवरात्रि का त्योहार एक ऐसा त्योहार है, जब मां की साधना-आराधना करने के साथ व्यक्ति मां की कृपा से मकान, दुकान, जमीन, ऑफिस, फ्लैट खरीद कर उसका पंजीयन करवाता है। इस दौरान पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज का पंजीयन करने वालों का दबाव ज्यादा रहता है।
वरिष्ठ जिला पंजीयक अमरेश नायडू ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रि के दौरान इंदौर के पंजीयन कार्यालय में 7253 दस्तावेजों का पंजीयन किया गया है। इन दस्तावेजों के पंजीयन से विभाग को 109 करोड़ रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है। पिछले साल नवरात्रि में 6798 दस्तावेजों का ही पंजीयन हुआ था। उस समय इन दस्तावेजों के पंजीयन से 97.6 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल किया गया था। इस प्रकार नवरात्रि के पर्व में पिछले साल की तुलना में इस साल 455 दस्तावेजों का पंजीयन ज्यादा हुआ है। यदि राजस्व की बात की जाए तो करीब 11 करोड़ रुपए का राजस्व पिछले साल की तुलना में नवरात्रि के त्योहार के दौरान ज्यादा प्राप्त हुआ है।
उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक इंदौर में 84600 दस्तावेजों का पंजीयन किया गया है। इन दस्तावेजों के पंजीयन से विभाग को 1076 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस अवधि में पिछले साल 85558 दस्तावेजों का पंजीयन हुआ था और उसके माध्यम से विभाग को 986 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित हुआ था। इस तरह पिछले साल की तुलना में 90 करोड रुपए का ज्यादा राजस्व अर्जित हुआ है, जबकि करीब 900 दस्तावेजों का पंजीयन इस साल कम हुआ है।
खूब रिटर्न दे रहा है सोना, फिर भी जमीन का प्रेम कम नहीं
पिछले 1 साल से सोने की कीमतों में तो मानो आग लगी हुई है। निवेशकों को सोने में निवेश करने पर जोरदार रिटर्न मिल रहा है। इस स्थिति के चलते बड़ी संख्या में निवेशकों द्वारा पैसा जमीन में लगाने के बजाय सोने में लगाकर अच्छा रिटर्न हासिल करने का काम किया जा रहा है। सोने और चांदी में चाहे जितना अच्छा रिटर्न मिल रहा हो, लेकिन इसके बावजूद जमीन के प्रति प्रेम कम नहीं हो रहा है। इस समय रियल एस्टेट में वह तेजी की स्थिति नहीं है जैसी हमेशा नवरात्रि और दीपावली के त्योहार के समय पर रहती है। इसके बावजूद ऐसी स्थिति भी नहीं है कि हम यह कह सकें कि बाजार बैठ गया है।
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