
वाशिंगटन. बीते दो साल से इस्राइल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच जारी जंग अब थमने वाली है। हमास और इस्राइल ने अमेरिकी राष्ट्रपति (us President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा प्रस्तावित संघर्ष विराम (ceasefire) के पहले चरण पर अपनी सहमति दे दी है। काहिरा में हुए वार्ता के दौरान दोनों पक्ष इसपर सहमत हुए। बता दें कि इस संघर्ष विराम के पहले चरण के तहत, हमास सात अक्तूबर 2023 के हमले के बाद बंदी बनाए गए इस्राइली नागरिकों को रिहा करेगा। इस बीच सामने आया है कि अमेरिका गाजा में लागू युद्ध विराम समझौते की निगरानी और सहायता के लिए 200 सैनिकों को इस्राइल भेज रहा है। ये सैनिक वहां स्थापित सिविल-मिलिट्री समन्वय केंद्र में अमेरिकी सेना राहत और सुरक्षा सहायता का समन्वय करेगी।
गाजा में युद्ध विराम समझौते की निगरानी के लिए इस्राइल में स्थापित होगा सिविल-मिलिट्री समन्वय केंद्र
गौरतलब है कि संयुक्त राज्य अमेरिका लगभग 200 सैनिकों को इज़राइल भेज रहा है ताकि गाजा में लागू युद्ध विराम समझौते की निगरानी और सहायता की जा सके। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ये सैनिक सिविल-मिलिट्री समन्वय केंद्र में कार्य करेंगे, जो मानवतावादी सहायता, लॉजिस्टिक और सुरक्षा समर्थन को सुचारू बनाने में मदद करेगा। अमेरिकी सेना के साथ साझेदार देशों, गैर-सरकारी संगठनों और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि भी इस पहल में शामिल होंगे। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि कोई भी अमेरिकी सैनिक गाजा में प्रवेश नहीं करेगा, वे केवल इस्राइल से ही सहायता कार्यों की निगरानी करेंगे।
इस्राइली कैबिनेट ने हमास के बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की रूपरेखा मंजूर की
इस्राइली कैबिनेट ने गुरुवार देर रात या शुक्रवार सुबह हमास के कब्जे में बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की रूपरेखा को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने इस फैसले की पुष्टि की।
अब एक नजर गाजा युद्ध पर
गौरतलब है कि गाजा में संघर्ष की शुरुआत दो साल पहले सात अक्तूबर 2023 को हमास का इस्राइल पर हमला करने के साथ हुई थी, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की जान गई और 250 को बंधक बना लिया गया था।इसके बाद क्या, जब इस्राइल ने हमले करने शुरू किए तब गाजा में तबाही सातवें आसमान पर पहुंत गई।
इस्राइल ने पहले तो गाजा पर पूर्ण घेराबंदी और युद्ध की घोषणा की। उसके बाद हमले करने शुरू कर दिए। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो अब तक के संघर्ष में कुल 67,000 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय संकट और भुखमरी की स्थिति की पुष्टि की है।समझौते का यह कदम युद्ध विराम लागू करने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मध्यस्थता किए गए बंधकों के बदले फिलिस्तीनी कैदियों के आदान-प्रदान की दिशा में अहम माना जा रहा है। जारी बयान में केवल बंधकों की रिहाई का जिक्र किया गया और ट्रंप की युद्ध समाप्ति योजना के अन्य हिस्सों का उल्लेख नहीं किया गया।
संघर्ष विराम के पहले चरण में क्या-क्या?
बता दें कि इस संघर्ष विराम के पहले चरण के तहत, हमास सात अक्तूबर 2023 के हमले के बाद बंदी बनाए गए 48 इस्राइली नागरिकों को रिहा करेगा। हालांकि, इनमें से केवल लगभग 20 लोगों के जीवित होने की उम्मीद है। इसके बदले में इस्राइल सैकड़ों फलस्तीनियों को रिहा करेगा, जिनमें महिलाएं, बच्चे और आजीवन कारावास की सजा पाए हुए कैदी शामिल होंगे।
पहले के समझौतों के आधार पर, एक इस्राइली बंधक के बदले कम से कम 100 फिलिस्तीनी रिहा किए जाएंगे। इतना ही नहां समझौते के तहत जब तक दोनों पक्ष पूर्ण संघर्ष विराम की शर्तों को नहीं मान लेते, तब तक सभी सैन्य गतिविधियां, जैसे हवाई और तोपों से गोलाबारी रोक दी जाएंगी और सेना अपनी जगह स्थिर रहेगी।
मैंने अब आठ युद्ध रुकवाए, रूस-यूक्रेन संघर्ष भी बंद होगा : ट्रंप
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्राइल हमास संघर्ष रुकवाने के बारे में कहा कि उन्होंने अब आठ युद्ध रुकवाए हैं। व्हाइट हाउस में मीडिया के सामने उन्होंने कहा, हमने सात युद्ध या बड़े संघर्ष रुकवाए थे। यह आठवां है। लेकिन जिस एक के बारे में मेरा ख्याल था कि सबसे तेजी से खत्म हो जाएगा वह रूस यूक्रेन युद्ध था। मुझे लगता है कि यह भी बंद होने जा रहा है लेकिन इस बीच हर हफ्ते वे 7000 जानें गवां रहे हैं। यह बेहद बुरा है क्योंकि इनमें अधिकांश युवा सैनिक हैं। यह युद्ध होना ही नहीं चाहिए था। मैं अगर तब अमेरिका का राष्ट्रपति होता तो यह युद्ध नहीं होता।
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