
डेस्क। भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग (Indian Automobile Industry) ने सितंबर में जबरदस्त प्रदर्शन किया है, जिससे पूरे वित्तीय वर्ष (Financial Year) के लिए सकारात्मक वृद्धि की उम्मीदें बढ़ गई हैं। भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता संघ ने बुधवार को बताया कि जीएसटी दरों (GST Rates) में कटौती और त्योहारी सीज़न की शुरुआत ने यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों दोनों की आपूर्ति में भारी वृद्धि दर्ज कराई है। खबर के मुताबिक, सितंबर का महीना ऑटो उद्योग के लिए ऐतिहासिक रहा। सियाम के अध्यक्ष ने बताया कि यात्री वाहनों, दोपहिया वाहनों और तीनपहिया वाहनों की आपूर्ति ने सितंबर महीने में अब तक का सबसे अच्छा बिक्री आंकड़ा दर्ज किया है।
GST 2.0 सुधारों को सरकार का एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह न केवल भारतीय ऑटो उद्योग को अगले स्तर तक ले जाएगा, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था में भी जीवन शक्ति लाएगा, क्योंकि यह उद्योग मज़बूत अग्रिम और प्रत्यावर्ती संबंधों से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह सुधार वाहनों की सामर्थ्य को बढ़ाकर उपभोक्ता भावना में सुधार ला रहा है। जुलाई-सितंबर तिमाही (दूसरी तिमाही) में यात्री वाहनों की कुल बिक्री पिछले वर्ष के 10,55,137 यूनिट्स से 1.5% कम होकर 10,39,200 यूनिट्स रही। हालांकि, चंद्रा ने बताया कि तिमाही के शुरुआती दो महीनों में आई गिरावट को सितंबर में GST कटौती, उपभोक्ता भावना में सुधार और त्योहारों के मौसम के आगमन ने तेजी से पाट दिया।
दूसरी तिमाही में दोपहिया वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 7% बढ़कर 55,62,077 यूनिट्स तक पहुंच गई। SIAM ने इस वृद्धि का श्रेय उच्च आर्थिक गतिविधि, बेहतर सामर्थ्य, ग्रामीण मांग की मज़बूती और GST दर में कमी के सकारात्मक प्रभाव को दिया। स्कूटर खंड में 12% की वृद्धि हुई। मोटरसाइकिल खंड में 5% की वृद्धि हुई।
तीनपहिया वाहनों की आपूर्ति में सालाना 10% का इजाफा हुआ और यह 2,29,239 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो तिमाही के लिए उच्चतम स्तर है। यह वृद्धि शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बढ़ती आर्थिक गतिविधियों और आसान वित्तपोषण के कारण हुई है।
बाजार के अहम रुझान
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved