
अयोध्या। यूपी (UP) की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath government) सरकार अयोध्या (Ayodhya) में प्रान्तीयकृत दीपोत्सव- 2025 का नया विश्व रिकार्ड (New World Record for Deepotsav – 2025) बनाने जा रही है। इसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। राम की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर लगभग 60 फीसदी दीए बिछाने का काम पूरा हो गया है। शुक्रवार को 28 हजार वालेंटियर ने दीए बिछाने का काम किया। शनिवार को सभी 56 घाटों पर शाम तक 28 लाख दीए बिछाने के लक्ष्य को पूरा करने का दावा किया जा रहा है। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्विवद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह के वालेंटियर को रिजर्व बसों से राम की पैड़ी के लिए रवाना किया। राम की पैड़ी पहुंचकर घाटों का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
रामनगरी में 19 अक्तूबर को भव्य दीपोत्सव आयोजित किया जाएगा। नवें दीपोत्सव में 26 लाख 11 हजार 101 दीप प्रज्जवलित करके विश्व रिकार्ड बनाने का लक्ष्य है। जिसके लिए दो दिन से वालेंटियर घाटों पर दीए बिछाने का काम कर रहे हैं। मीडिया प्रभारी डॉ. आरएन पाण्डेय ने बताया कि लगभग 25 घाटों पर 60 फीसदी से अधिक दीप बिछाए जा चुके हैं। शनिवार को सभी घाटों पर 28 लाख दीए बिछाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। सभी स्वयंसेवकों को आई कार्ड वितरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव स्थल के सभी घाटों पर घाट प्रभारी, घाट समन्वयक की देख-रेख में कार्य हो रहा है। दीपोत्सव स्थल पर दिनभर इस दीपोत्सव नोडल प्रभारी प्रो. एसएस मिश्र, प्रो. आशुतोष सिन्हा, प्रो. शैलेंद्र कुमार वर्मा, प्रो. हिमांशु शेखर सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. नीलम पाठक, प्रो. केके वर्मा, प्रो. फार्रुख जमाल, प्रो. पीके द्विवेदी, डॉ. गीतिका श्रीवास्तव, डॉ. मनीष सिंह और अन्य डटे रहे।
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में प्रान्तीयकृत दीपोत्सव- 2025 का नया विश्व रिकार्ड बनाने जा रही है। इसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। राम की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर लगभग 60 फीसदी दीए बिछाने का काम पूरा हो गया है। शुक्रवार को 28 हजार वालेंटियर ने दीए बिछाने का काम किया। शनिवार को सभी 56 घाटों पर शाम तक 28 लाख दीए बिछाने के लक्ष्य को पूरा करने का दावा किया जा रहा है। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्विवद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह के वालेंटियर को रिजर्व बसों से राम की पैड़ी के लिए रवाना किया। राम की पैड़ी पहुंचकर घाटों का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
रामनगरी में 19 अक्तूबर को भव्य दीपोत्सव आयोजित किया जाएगा। नवें दीपोत्सव में 26 लाख 11 हजार 101 दीप प्रज्जवलित करके विश्व रिकार्ड बनाने का लक्ष्य है। जिसके लिए दो दिन से वालेंटियर घाटों पर दीए बिछाने का कार्य कर रहे हैं। मीडिया प्रभारी डॉ. आरएन पाण्डेय ने बताया कि लगभग 25 घाटों पर 60 फीसदी से अधिक दीप बिछाए जा चुके हैं। शनिवार को सभी घाटों पर 28 लाख दीए बिछाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। सभी स्वयंसेवकों को आई कार्ड वितरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव स्थल के सभी घाटों पर घाट प्रभारी, घाट समन्वयक की देख-रेख में कार्य हो रहा है। दीपोत्सव स्थल पर दिनभर इस दीपोत्सव नोडल प्रभारी प्रो. एसएस मिश्र, प्रो. आशुतोष सिन्हा, प्रो. शैलेंद्र कुमार वर्मा, प्रो. हिमांशु शेखर सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. नीलम पाठक, प्रो. केके वर्मा, प्रो. फार्रुख जमाल, प्रो. पीके द्विवेदी, डॉ. गीतिका श्रीवास्तव, डॉ. मनीष सिंह और अन्य डटे रहे।
आज रात से जिले की सीमा से भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
अयोध्या, संवाददाता। दीपोत्सव कार्यक्रम- 2025 के मद्देनजर शनिवार को रात 12 बजे से जिले की सीमा से भारी वाहनों (मालवाहक भारी वाहन, ट्रक, डीसीएम व ट्रैक्टर) का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। डायवर्जन रविवार को कार्यक्रम अथवा भीड़ समाप्ति तक लागू रहेगा। बाहरी जिले के वाहनों को गंतव्य के लिए अन्य मार्ग से डावर्ट किया जाएगा। आवश्यक सेवाओं पर डायवर्जन प्लान लागू नहीं होगा।
यातायात कार्यालय के मुताबिक सुल्तानुपर से आने वाले वाहनों को कूड़ेभार से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्जन किया जाएगा। रायबरेली से आने वाले वाहनों को हलियापुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर से आने वाले वाहनों को गोहन्ना मोड़ अम्बेडकरनगर से दोस्तपुर होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर, बाराबंकी की ओर से आने वाले वाहनों को भिटरिया रामसनेही घाट से हैदरगढ़ से पूर्वांचल एक्प्रेस-वे से गन्तव्य के लिए डायवर्जन किया जाएगा। बस्ती की ओर से आने वाले वाहनों को लोलपुर से नवाबगंज गोण्डा की ओर, गोण्डा की ओर से नवाबगंज से आने वाले वाहनों को लकड़मण्डी से लोलपुर से बस्ती की ओर, गोरखपुर से वाहनों का डायवर्जन-गोरखपुर से लिंक एक्सप्रेस-वे होकर पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे पर, गोरखपुर-बस्ती से आने वाले वाहनों को पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे पर मिलेंगे।
दीपोत्सव स्थल तक आवागमन रहेगा बाधित
रामनगरी में दीपोत्सव- 2025 कार्यक्रम के मद्देनजर यातायात पुलिस की ओर से रूट डायवर्जन प्लान लागू होगा। शनिवार को शाम छह बजे से रविवार को कार्यक्रम समाप्ति तक वाहनों पर रूट डायवर्जन रहेगा। हालांकि आवश्यक सेवाओं पर डायवर्जन प्लान लागू नहीं होगा। यातायात पुलिस कार्यालय के मुताबिक लकड़मंडी चौराहा बैरियर- पुराना सरयूपुल पर आतिशबाजी का कार्यक्रम होगा। इसलिए गोण्डा की ओर से पुराना सरयूपुल होकर आने वाले सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेंगे। साकेत पेट्रोल पंप बैरियर- नयाघाट पर दीपोत्सव कार्यक्रम व पुराना सरयूपुल पर आतिशबाजी कार्यक्रम के दृष्टिगत सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेंगे। सिर्फ दीपोत्सव कार्यक्रम में आमंत्रित व महानुभावों का प्रवेश वाहन सहित अनुमन्य होंगे। रामघाट चौराहा बैरियर- तपशी छावनी से रामपथ की ओर जाने वाले सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेंगे। उदया चौराहा बैरियर टेढ़ीबाजार की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के चार पहिया वाहन प्रतिबन्धित रहेगें। रानोपाली तिराहा बैरियर टेढ़ीबाजार की ओर आने वाले सभी प्रकार के दो पहिया वाहन प्रतिबन्धित रहेगें। वाहन रानोपाली क्रासिंग होते हुए लंगड़वीर चौराहा होकर अपने गंतव्य को जाएंगे। चूड़ामणि चौराहा बैरियर टेढ़ी बाजार चौराहा की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेगें।
धनतेरस के पर्व पर शुरू होगा महालक्ष्मी का तीन दिवसीय पूजन और अनुष्ठान
राम मंदिर में दीपोत्सव का शुभारम्भ हनुमान जी की जयंती के साथ रविवार से होगा। इसके पहले विराजमान रामलला के अस्थाई मंदिर में स्थापित हनुमान जी के श्रीविग्रह को यज्ञशाला में प्रतिष्ठित कर वैदिक आचार्यों द्वारा संकल्पित अनुष्ठान के साथ पूजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में परकोटे की दक्षिणी भुजा पर नवनिर्मित हनुमान जी के मंदिर में भी रामलला के अर्चकों के द्वारा अनुष्ठान व पूजन किया जा रहा है।
राम मंदिर में हनुमान जयंती गोधूलि बेला में मनाई जाएगी और इसी के साथ पूरा परिसर दिव्य प्रकाश की आभा से जगमगा उठेगा। इसके पहले धनतेरस पर्व पर शनिवार से राम मंदिर की यज्ञशाला में महालक्ष्मी का पूजन व दिव्य ग्रंथों का पारायण शुरू होगा। इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति दीपावली के पर्व पर होगी। दीपोत्सव की चल रही तैयारियों के बीच दीयों को सजाने व उन्हें प्रज्ज्वलित करने के लिए निर्धारित स्वयंसेवकों को पास का वितरण शनिवार को किया जाएगा। स्वयंसेवकों व परिसर में कार्यरत कर्मचारियों के परिजनों को वितरित किए जाने वाले पास दो तिथियों 18 व 19 अक्तूबर में ही मान्य होगी। इस दौरान पास धारक स्वयंसेवक परिसर में निर्मित परकोटे के मंदिरों के अलावा शेषावतार, सप्त मंडपम व कुबेर टीला में कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में भी दर्शन कर सकेंगे। वहीं 20 अक्तूबर को दीपावली के मुख्य पर्व पर संगठन के ही कार्यकर्ताओं की टोली दीपोत्सव में सहभागी होगी। दर असल त्योहार के कारण अधिकांश लोग घरों में पूजा-अर्चना के साथ पारम्परिक उत्सव मनाने में व्यस्त रहेंगे। इसके कारण कार्यकर्ताओं की टोली को रिजर्व में रखा गया है। फिलहाल शनिवार को स्वयंसेवकों को पास वितरण के साथ परिसर में रंगोली निर्माण का काम भी अलग-अलग टोलियों के द्वारा किया जाएगा क्योंकि रविवार को दीपोत्सव के मुख्य पर्व पर निर्धारित समय में दीप प्रज्ज्वलित किया जाना जरूरी है। इसके विपरीत रंगोली बनाने में खासा समय भी लगेगा।
राम मंदिर और परकोटा में जलेंगे देशी घी के दीपक
राम मंदिर में दीपोत्सव के लिए आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति हो गयी है। बताया गया कि राम मंदिर व राम दरबार सहित परकोटे के सभी छह मंदिरों, शेषावतार मंदिर व कुबेर टीला के महादेव मंदिर के अलावा परकोटे की भुजाओं पर दस हजार देशी घी के दीपक जलाएं जाएंगे। इसके अलावा सप्त मंडपम सहित पूरे परिसर में 51 हजार मोम के दीपकों को जलाने की व्यवस्था की गयी है। मोम के यह दीए राम मंदिर परिसर में लाए जा चुके हैं। इसके अलावा राम मंदिर के प्रवेश द्वारों से लेकर पूरे पथ पर सरसों तेल के दीए जलाए जाएंगे। उधर राम मंदिर की सीढ़ियों से लेकर अन्य स्थानों पर इलेक्ट्रिक बल्ब व लैंपों से पहले ही सुसज्जित कर दिया गया है।
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