
नई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का टैरिफ वॉर (Tariff War) रुकने का नाम नहीं ले रहा है. खासतौर पर रूसी तेल (Russian oil) -हथियारों की खरीद पर अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार सख्त नजर आ रहे हैं. बीते अगस्त महीने में जहां इस मुद्दे को लेकर ट्रंप मे भारत पर जुर्माने के तौर 25% का एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया था. इसके बाद भारत ब्राजील के साथ कुल 50% टैरिफ वाले देशों की लिस्ट में आ गया था. अब अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने कहा है कि अमेरिका अब Russian Oil खरीद के कारण China पर टैरिफ लगाने को तैयार है.
वित्त मंत्री बोले- ‘इसलिए चीन पर लगेगा टैरिफ’
पहले से ही राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से ड्रैगन पर 1 नवंबर 2025 से 100 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान से अमेरिका और चीन के बीच टेंशन चरम पर है. वहीं अब डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट में अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका चीन पर टैरिफ की तैयारी में है, जबकि यूरोप को भी ऐसा ही करना होगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि Russia-Ukraine War के दौरान रूस को चीनी मदद मिलने के पुख्ता सबूत हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेनी सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई तमाम तस्वीरें पेश करेगा, जिनमें साफतौर पर दिखाया गया है कि यूक्रेन में संचालित रूसी ड्रोनों में चीनी पुर्जों का इस्तेमाल किया गया था.
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका के यूरोपीय सहयोगियों को चीन पर इस तरह की कार्रवाई में भाग लेने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि चीन द्वारा Russian Oil की खरीद से ही रूसी युद्ध मशीनों को ईंधन मिलता है. चीन रूसी एनर्जी का 60% खरीदता है. वहीं ईरानी तेल-गैस का 90% खरीद रहा है.
टैरिफ को लेकर US-China आमने-सामने
डोनाल्ड ट्रंप ने बीते सप्ताह ट्रुथ सोशल पर अपने अकाउंट से पोस्ट करते हुए चीन पर 100% टैरिफ का ऐलान किया था. उन्होंने बीजिंग पर ट्रेड के मामले में बेहद आक्रामक रुख अपनाने का आरोप लगाया और रेयर अर्थ मैटेरियल्स समेत अन्य प्रोडक्ट पर प्रतिबंधों को यूएस पर आर्थिक हमला करार दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि उत्पादों की एक बड़ी श्रृंखला पर चीन द्वारा लागू निर्यात प्रतिबंध ट्रेड का एक नैतिक अपमान है. वहीं अमेरिका के टैरिफ ऐलान पर पलटवार करते हुए चीन भी साफ कह दिया कि वह चीन लड़ना नहीं चाहता, लेकिन लड़ने से डरता भी नहीं है और अगर आवश्यक हुआ, तो वह जवाबी कार्रवाई भी करेगा.
भारत पर भी लगाया था एक्स्ट्रा टैरिफ
गौरतलब है कि अमेरिका ने इससे पहले रूसी तेल खरीद को लेकर भारत पर भी जुर्माने के तौर पर एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया है. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारत पर 25 फीसदी का रेसिप्रोकल टैरिफ लागू किया था, लेकिन फिर 27 अगस्त 2025 से इसे बढ़ाकर 50% कर दिया. इसके पीछे उन्होंने रूसी तेल और गैस की खरीद के जरिए भारत पर रूस की मदद करने का आरोप लगाया था.
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