
आगरा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) पर फतेहाबाद टोल बूथ (Fatehabad Toll Booth) से हजारों वाहन (Thousands of Vehicles) बिना टोल टैक्स (Toll Tax) दिए निकल गए। क्योंकि दिवाली बोनस (Diwali Bonus) से असंतुष्ट कर्मचारियों (Disgruntled Employees) ने टोल के सभी गेट खोल दिए। इस विरोध प्रदर्शन के कारण सामान्य टोल संचालन और यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई, जिसके बाद पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचना पड़ा। कंपनियों की हड़ताड़ की वजह से टोल कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
टोल कर्मचारियों ने बोनस की बात अनसुना होने पर टोल के गेट खोल दिए और हजारों गाड़ियां बगैर टोल दिए निकल गई। मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था को बनाए रखा और अधिकारियों और कर्मचारी की आपसी वार्ता कराई। वार्ता में टोल अधिकारियों ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया तब कहीं जाकर दो घंटे बाद फतेहाबाद टोल टैक्स पर कर्मचारियों ने काम शुरू किया।
हालांकि कर्मचारियों के काम बंद करने के बाद टोल प्रबंधन ने दूसरे टोल से कर्मचारियों को बुला लिया था। लेकिन प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों ने उनका काम नहीं करने दिया। हालात को देखते हुए टोल के सीनियर अधिकारियों ने कर्मचारियों की 10% सैलरी बढ़ाने का आश्वासन दिया।
सैलरी बढ़ाने के आश्वासन पर कर्मचारी मान गए और उन्होंने काम शुरू कर दिया। फतेहाबाद टोल प्लाजा की जिम्मेदारी श्री साइन एंड दातार कंपनी के पास है। कंपनी ने मार्च 2025 से टोल प्लाजा का ठेका लिया है। टोल पर 21 कर्मचारी कार्यरत हैं जिन्हें दीपावली पर सिर्फ ₹1100 का बोनस दिया गया था। कंपनी का कहना था कि उसने मार्च में ठेका लिया है तो वह पूरे साल का बोनस कैसे दे सकती है? कर्मचारी इस बात पर सहमत नहीं थे। यही वजह कर्मचारियों के प्रदर्शन तक पहुंच गई।
यह हंगामा तब शुरू हुआ जब श्री साइन एंड दातार कंपनी द्वारा प्रबंधित फतेहाबाद टोल प्लाजा के 21 कर्मचारियों ने दिवाली बोनस के रूप में केवल 1100 रुपये मिलने पर असंतोष व्यक्त किया। हज़ारों वाहन बिना टोल चुकाए गुजर गए, जिसके बाद टोल प्रबंधन ने अन्य टोल प्लाजा से कर्मचारियों को बुलाकर टोल संचालन जारी रखने का प्रयास किया। हालाँकि, प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने इन कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved