
डेस्क: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) प्रशासन ने गैर-कानूनी (Illegal) रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya Muslims) के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. जम्मू के बाहू इलाके में प्रशासन ने अवैध रोहिंग्या बस्तियों की बिजली (Electricity) और पानी (Water) की सप्लाई पूरी तरह काट दी है. यह कदम तहसीलदार बाहू के आदेश के बाद उठाया गया. इसके तहत संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने को कहा गया था.
मौके पर पहुंचे बिजली और जल विभाग के अधिकारियों ने आपूर्ति बंद करने की रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है. वहीं पुलिस ने इन बस्तियों में रह रहे लोगों को बस्ती खाली करने के सख्त निर्देश भी दिए हैं. अचानक हुई इस कार्रवाई से बस्तियों में अफरातफरी मच गई है और लोग अब अपने सामान समेटने में जुटे हैं.
तहसीलदार बाहू के निर्देश के बाद कार्यकारी अभियंताओं को आदेश मिला कि अवैध बस्तियों में किसी भी प्रकार की बिजली या पानी की सुविधा जारी न रखी जाए. आदेश मिलते ही दोनों विभागों की टीम मौके पर पहुंची और सप्लाई को डिसकनेक्ट कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक यह कार्रवाई सरकार के आदेशों के अनुसार है और इसे “अवैध कब्जा हटाने की प्रक्रिया” का हिस्सा बताया गया है.
इस कार्रवाई का दायरा सिर्फ बाहू तक सीमित नहीं है. जम्मू के चन्नी रमा इलाके में भी प्रशासन ने रोहिंग्या कॉलोनी की बिजली और पानी की सप्लाई बंद कर दी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां रहने वाले लोगों को अब बस्ती खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है. प्रशासन का कहना है कि यह क्षेत्र सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए ठिकानों का हिस्सा है.
बिजली और पानी की सप्लाई कटने के बाद रोहिंग्या समुदाय के लोगों ने कहा कि उन्हें अचानक कार्रवाई से भारी परेशानी हो रही है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक कई परिवार अब अस्थायी तौर पर दूसरे इलाकों में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं प्रशासन का कहना है कि इस कार्रवाई की पूर्व सूचना दी गई थी और इसे कानून व्यवस्था के दायरे में रहकर अंजाम दिया गया है.
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