
मॉस्को। रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने एक विधेयक (Bill) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत अमेरिका के साथ पहले से निष्क्रिय पड़े प्लूटोनियम (plutonium) निपटान समझौते को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया गया है। परमाणु हथियारों के लिए इस्तेमाल होने वाले उच्च श्रेणी के प्लूटोनियम के उत्पादन को सीमित करने के लिए मकसद से यह समझौता किया गया था। पुतिन के हस्ताक्षर करने के साथ ही अब यह कानून लागू हो गया है।
रूसी संसद के निचले सदन इस महीने की शुरुआत में इस विधेयक को मंजूरी दी थी। जबकि ऊपरी सदन (फेडरेशन काउंसिल) ने इसे बुधवार को मंजूरी दी थी। सोमवार को पुतिन की मंजूरी क बाद यह कानून प्रभाव में आ गया।
सितंबर 2000 में हुआ था समझौता
यह समझौता सितंबर 2000 में किया गया था। इसके तहत रूस और अमेरिका दोनों को ऐसे 34 टन हथियारों में इस्तेमाल होने योग्य प्लूटोनियम नष्ट करना था, जो अब सैन्य उपयोग के लिए जरूरी नहीं था। हालांकि, अक्तूबर 2016 में मॉस्को ने इस समझौते को निलंबित कर दिया था। रूस ने इस कदम के लिए अमेरिका की ‘शत्रुतापूर्ण कार्रवाईयों’ को जिम्मेदार ठहराया था। इन कार्रवाईयों में रूस पर लगाए गए प्रतिबंध और नाटो की पूर्वी सीमाओं पर बढ़ती गतिविधियां शामिल थीं।
रूस ने हाल ही में परमाणु-संचालित मिसाइल का किया परीक्षण
पुतिन का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब रूस ने हाल में परमाणु-संचालित ‘बुरेवस्तनिक’ क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। रूस की द्विसदनीय संसद (फेडरल असेंबली) को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि मॉस्को ने एक छोटे आकार की परमाणु उर्जा इकाई विकसित की है, जिसे एक क्रूज मिसाइल में लगाया जा सकता है, ताकि उसकी उड़ान सीमा को अनिश्चितकाल तक के लिए बढ़ाया जा सके।
बुरेवस्तनिक का दुनिया में कोई विकल्प नहीं: पुतिन
पुतिन के मुताबिक, यह एक कम-ऊंचाई पर उड़ने वाली मिसाइल होगी, जिसकी दिशा को भांप पाना कठिन होगा। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि बुरेवस्तनिक परमाणु-संचालित क्रूज मिसाइल का दुनिया में कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने बताया कि रूस ने इस हथियार का सफल परीक्षण किया है और अब इसकी तैनाती की दिशा में काम करेगा। रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि यह मिसाइल करीब पंद्रह घंटे तक हवा में रही और करीब 14 हजार किलोमीटर की दूरी तय की।
रूस-यूक्रेन शांति समझौते के लिए धीमी प्रगति से ट्रंप नाराज
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन शांति समझौते पर धीमी प्रगति से नाराज बताए जा रहे हैं। हाल ही में अमेरिका ने यह कहते हुए रूसी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं कि यह यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए उचित और जरूरी कदम है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लीविट ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, राष्ट्रपति (डोनाल्ड ट्रंप) ने हमेशा कहा है कि वह रूस पर तभी प्रतिबंध लगाएंगे, जब उन्हें लगेगा कि यह उचित और जरूरी है और कल वही दिन था। राष्ट्रपति लंबे समय से व्लादिमीर पुतिन और इस युद्ध के दोनों पक्षों को लेकर अपनी निराशा जाहिर की है।
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