
मऊगंज। मऊगंज (Mauganj) में शुक्रवार शाम एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ (National Farmers’ Labour Federation) के सैकड़ों किसान हाथों में कटोरा (Bowl in Hands) थामे कलेक्ट्रेट (Collectorate) पहुंचे और अपनी समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग उठाई। किसानों ने संयुक्त कलेक्टर एपी द्विवेदी को ज्ञापन सौंपते हुए साफ कहा कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, न्याय चाहिए।
किसानों ने सरकार से मांग की कि चुनावी वादे के अनुसार, छत्तीसगढ़ मॉडल पर धान खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल आगामी खरीदी सीजन से लागू की जाए। साथ ही धान खरीदी की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2026 निर्धारित करने की भी मांग रखी गई।
महासंघ ने जिले में तेजी से खराब हो रही आम की बागवानी पर गहरी चिंता जताई। किसानों ने बताया कि बड़े पैमाने पर आम के पेड़ सूखने से कई बाग खत्म होने की कगार पर हैं। उन्होंने हरे पेड़ों का वैज्ञानिक सर्वे कराने की मांग की, ताकि बीमारी और सूखने की स्थिति को समय रहते रोका जा सके।
गत 27 से 31 अक्टूबर के बीच हुई बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ। महासंघ ने कहा कि प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए, ताकि वे अगली बुआई और कृषि कार्य आसानी से कर सकें।
किसानों ने ग्राम नौढिया, मैरहा टोला, ढनगन और भट्टा टोला के नवीन नक्शे निरस्त करने की मांग उठाई। इसके अलावा, सेवा सहकारी समिति नौढ़िया को धान–गेहूं खरीदी केंद्र का दर्जा देने और जंगली जानवरों तथा आवारा मवेशियों से फसलों को बचाने के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था लागू करने की मांग भी की।
किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकारों से चर्चा में प्रतिनिधियों ने कहा कि उनकी मांगें पूरी तरह न्यायसंगत हैं और समाधान मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।
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