
- शिप्रा का जल दूषित, क्षीरसागर में सीवरेज, पुष्कर सागर पर अतिक्रमण-क्या प्रशासन इस विषय पर गंभीरता बरतेगा
उज्जैन। धार्मिक और प्राकृतिक धरोहरों से समृद्ध नगर में सप्तसागर भी हैं जो बदहाली का शिकार हैं और इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। केवल रत्नाकर सागर, विष्णु सागर और रुद्रसागर की ही दशा सुधरी है।
शहर की पहचान मानी जाने वाली शिप्रा नदी इस समय गंभीर प्रदूषण का सामना कर रही है। त्रिवेणी क्षेत्र में कान्ह नदी का पानी रोकने के लिए बनाया गया कच्चा बांध कई बार टूट जाता है, जिसके बाद कान्ह का दूषित पानी शिप्रा में मिलकर रामघाट तक पहुँचता है। पिछले 25 वर्षों से इस समस्या के स्थायी समाधान का प्रयास किया जा रहा है, मगर ठोस सफलता आज तक सामने नहीं आई। यही हालत कई सप्तसागरों की भी है।
- क्षीरसागर-सीवरेज सीधे तालाब में : क्षीरसागर के आसपास के घरों का सीवरेज सीधे तालाब में गिर रहा है। नगर निगम ने अब तक इसके स्थायी निदान की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की है। लगातार प्रदूषण के कारण तालाब की स्थिति वर्ष दर वर्ष बिगड़ती जा रही है।
- गोवर्धन सागर-सफाई हुई पर सौंदर्यीकरण नहीं: निकास चौराहे के पास स्थित गोवर्धन सागर को लेकर एनजीटी से लेकर जिला प्रशासन तक कई बार अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी कर चुका है, कार्रवाई हो चुकी है लेकिन थोड़ी सफाई होने के बाद दोबारा तालाब की हालत फिर बिगडऩे लगी है।
- रुद्रसागर-छोटा भाग अभी भी बदहाल: रुद्र सागर के बड़े भाग पर महाकाल लोक के निर्माण के बाद इसकी स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन इसका छोटा भाग अभी भी बदहाल है।
- पुष्कर सागर-अतिक्रमण की गिरफ्त में सिमट गया तालाब: नलिया बाखल स्थित पुष्कर सागर की मूल भूमि पर भारी अतिक्रमण हो चुका है। कभी विस्तृत तालाब रहा यह सागर अब 30 बाय 50 की एक छोटी बावड़ी जैसा रह गया है। बार-बार शिकायतों के बावजूद जमीन अब भी अतिक्रमण से मुक्त नहीं हो पाई है।
- पुरुषोत्तम सागर-स्थिति कुछ बेहतर: पुरुषोत्तम सागर की स्थिति अपेक्षाकृत ठीक है। नगर निगम ने यहाँ कुछ सुधार कार्य किए हैं और आसपास रहने वाले लोग प्रतिदिन यहां योग और भ्रमण करते हैं।
- सीमेंट-कांक्रीट का बढ़ता जाल, पर्यावरण पर चोट: शहर में तेजी से बढ़ रहा सीमेंट-कांक्रीट भी पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन का बड़ा कारण बन रहा है। पार्षदों और जनप्रतिनिधियों ने खेल मैदानों और चंद सार्वजनिक स्थलों को छोड़ लगभग हर जमीन को पक्का कर दिया है। ऐसी स्थिति में वर्षा का पानी जमीन में समा नहीं पा रहा, जिससे तापमान बढऩा स्वाभाविक हो गया है।
सप्तसागर की वर्तमान स्थिति एक नजर में
सुधरे हुए सागर
- रत्नाकर सागर (उंडासा)
- विष्णु सागर (राम जनार्दन मंदिर क्षेत्र)
रुद्रसागर (आंशिक सुधार, समस्या जारी)
बदहाल सागर
- क्षीरसागर — सीवरेज सीधे तालाब में
- गोवर्धन सागर — अतिक्रमण फिर हावी
- पुष्कर सागर — भूमि पर भारी अतिक्रमण
- पुरुषोत्तम सागर — स्थिति सामान्य, नियमित उपयोग