
नवम्बर और दिसम्बर में विवाह के बहुत कम मुहूर्त
नववर्ष की शुरुआत में जनवरी माह में रहेगा खरमास
इन्दौर। देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) से शुरू होने वाली विवाह (Marriage) की धूमधाम आज सूर्यदेव (Surya Narayan) के तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश के साथ शुरू होगी। इस बार नवंबर-दिसंबर में भी सिर्फ 12 दिन वैवाहिक के शुभ मुहूर्त हैं। नववर्ष 2026 में जनवरी में खरमास के चलते एक भी वैवाहिक मुहूर्त नहीं है। नए साल में फरवरी के पहले सप्ताह में शहनाइयों की गूंज प्रारंभ होगी।
वर्तमान माह में 21, 22, 23, 24, 25, 29 और 30 नवंबर को विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त होने के कारण इन तारीखों पर खूब शादियां होंगी। रिसेप्शन, हल्दी, मेहंदी और संगीत कार्यक्रमों के लिए इन तारीखों से दो-तीन दिन पहले और बाद के लिए मैरिज गार्डन और होटल्स तक किए गए हैं। लग्नसरा की खरीदारी को लेकर पिछले एक हफ्ते से शहर के पारंपरिक बाजारों में खरीदारी चल रही है।
नए साल में 5 फरवरी से शुरू होंगे शादी-ब्याह
साल 2026 शुभ कार्यों की दृष्टि से मिश्रित रहने वाला है। साल की शुरुआत में जनवरी महीना विवाह के लिए अनुकूल नहीं होगा, क्योंकि इस दौरान खरमास और शुक्र तारा अस्त दोनों एक साथ पड़ रहे हैं। परिणामस्वरूप जनवरी के पूरे महीने में एक भी शुभ विवाह मुहूर्त उपलब्ध नहीं होगा। फरवरी महीने में पुन: शुभ समय की शुरुआत होगी और इसी के साथ विवाह के मुहूर्त खुल जाएंगे। पंचांग के अनुसार 2026 में पूरे साल कुल 59 विवाह योग्य तिथियां मिलेंगी। हालांकि बीच-बीच में कई अवधि ऐसी भी होंगी, जब खरमास, अधिक मास, होलाष्टक और चातुर्मास के कारण विवाह पूरी तरह वर्जित रहेगा।
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