
नई दिल्ली। देश के तमाम हिस्सों में मौसम (Weather) इन दिनों तेजी से करवट ले रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, लक्षद्वीप और मालदीव (Lakshadweep and Maldives) के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर दिशा (West-North direction.) में आगे बढ़ रह है। दूसरी ओर, चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से 22 नवंबर को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर नया कम दबाव क्षेत्र बनेगा। यह 24 नवंबर तक मध्य दक्षिण बंगाल की खाड़ी (Central South Bay of Bengal) पर डिप्रेशन में बदल सकता है। इसके प्रभाव से 21 से 26 नवंबर तक तमिलनाडु में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। गरज के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।
केरल-माहे में 21-23 नवंबर, तटीय आंध्र प्रदेश व रायलसीमा में 26 नवंबर को भारी बारिश हो सकती है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 21-22 नवंबर को कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश का अलर्ट है। तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और अंडमान में 21-24 नवंबर तक गरज-चमक के साथ 40-60 किमी/घंटा तक झोंकेदार हवाएं चल सकती हैं। उत्तर व मध्य भारत में ठंड बढ़ रही है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल, पंजाब और दिल्ली के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 6-10 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
इन इलाकों में शीतलहर से होगा सामना
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 21-22 नवंबर को अलग-अलग स्थानों पर शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। मध्य भारत में अगले 4 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 24 घंटे बाद 2-3 डिग्री की गिरावट संभव है। मछुआरों को 25 नवंबर तक दक्षिण अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। गुरुवार को तमिलनाडु के कुछ स्थानों पर बारिश हुई। कराईकल क्षेत्र में हल्की बारिश हुई, जबकि पुडुचेरी में मौसम मुख्यतः सूखा रहा। 24 नवंबर के आसपास दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में नया डिप्रेशन क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके बाद यह आगे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ता रहेगा। अगले 48 घंटों में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर और तेज होने की प्रबल संभावना है। इसका सीधा असर मौसम पर होने वाला है।
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