मुंबई। 20 साल पहले अंडरवर्ल्ड पर्दे (Underworld curtains) के पीछे रहकर हिंदी सिनेमा पर बुरा असर डाल रहा था. फिल्म मेकर्स, एक्टर्स के पास फिरौती के कॉल (Ransom calls) आते थे. उन्होंने अपनी धाक जमाने के लिए गुलशन कुमार और राकेश रोशन जैसे कुछ फिल्ममेकर्स पर हमला भी किया था, जिसमें गुलशन कुमार की मौत हो गई थी. जब लग रहा था कि सब ठीक है, तब विवेक ओबेरॉय के पास पाकिस्तान से धमकी भरी कॉल आई थी.
विवेक ओबेरॉय तब अमेरिका में फिल्म ‘कुर्बान’ की शूटिंग कर रहे थे. विवेक ओबेरॉय ने पिंकविला को बताया, ‘मैं अमेरिका में ‘कुर्बान’ की शूटिंग कर रहा था और उन्होंने (आंसरिंग मशीन) सिस्टम पर एक धमकी छोड़ दी और कानूनन मुझे वहां के अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट करनी पड़ी.’ विवेक ने कहा कि उन्होंने उनके होटल के कमरे में कॉल किया और एक मैसेज छोड़ा, जो होटल की आंसरिंग मशीन सिस्टम में रिकॉर्ड हो गया. विवेक ओबेरॉय ने जब मसले को होटल के सामने उठाया.
विवेक ने बताया कि उन्हें पुलिस ने बुलाया और पूछताछ की. वे बोले, ‘मैंने उनसे कहा कि मुझे कुछ नहीं पता. वे कह रहे थे, ‘हम जानते हैं कि आप यहां हैं, खत्म कर देंगे, उड़ा देंगे.’ वे ऐसी बातें कह रहे थे. उन्होंने उस नंबर को पाकिस्तान से ट्रेस किया. उन्होंने कहा कि यह एक असली नंबर है. तब मुझे डर लगा.’
विवेक ने बताया कि वे वास्तव में अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान नहीं थे, क्योंकि उन्हें लगा कि यह एक मजाक हो सकता है. वे बोले, शुरू में मैं इसे गंभीरता से नहीं ले रहा था और मुझे लगा कि कोई सिर्फ मेरे साथ मजाक कर रहा है, कोई बस मुझसे मजाक कर रहा है या नशे में कॉल कर रहा है.’ उन्हें ज्यादा सिक्योरिटी रखनी पड़ी, क्योंकि उनका परिवार खतरे में था.विवेक बोले, ‘जब मैं यहां वापस आया, तो मुझे पुलिस सिक्योरिटी लेनी पड़ी, तब डर असली हो गया क्योंकि तब धमकियां परिवार तक पहुंचने लगीं, जिसने मुझे डराना शुरू कर दिया.’विवेक फिल्मों में एक्टिव हैं. वे पिछले कुछ सालों से अपनी पत्नी और बच्चों के साथ यूएई में रह रहे हैं
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