
कोलकाता । कोलकाता एयरपोर्ट (Kolkata Airport) पर 13 बरसों से एक पुराना बोइंग 737-200 विमान (Boeing aircraft) पड़ा हुआ था, जिसे हाल ही में बेंगलुरु (Bengaluru) की ओर रवाना किया गया। यह विमान 43 वर्ष पुराना है और 100 फीट लंबा है। 2012 से यह हवाईअड्डे के दक्षिण-पूर्वी कोने में पड़ा था, जब तक कि एयर इंडिया (Air India) के निजीकरण के दौरान कंपनी के रिकॉर्ड से यह गायब हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया को इसके अस्तित्व का पता ही नहीं चला जब तक कि एयरपोर्ट अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिलाया। अब विमान को बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को बेच दिया गया है, जहां इसे इंजीनियरों की ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। 14 नवंबर को इसे ट्रैक्टर ट्रेलर पर लादकर 1900 किलोमीटर की यात्रा पर रवाना किया गया। एयर इंडिया ने 13 वर्षों के पार्किंग शुल्क के रूप में लगभग 1 करोड़ रुपये भी वसूल किए।
विमान का इतिहास 1982 से जुड़ा है, जब यह इंडियन एयरलाइंस की बेड़े में शामिल हुआ। सितंबर 1982 में सेवा शुरू करने के बाद फरवरी 1998 में इसे एलायंस एयर को लीज पर दिया गया। मार्च 2007 में यह वापस इंडियन एयरलाइंस के पास आया और कार्गो विमान के रूप में उपयोग हुआ। अगस्त 2007 में इंडियन एयरलाइंस और एयर इंडिया के विलय के बाद यह एयर इंडिया का हिस्सा बना। उसके बाद भारत पोस्ट की ओर से इसका उपयोग किया गया। 2012 में सेवामुक्त होने के बाद इसे भूला दिया गया।
एयरपोर्ट से 14 निष्क्रिय विमान हटाए
रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले 5 वर्षों में एयरपोर्ट से 14 निष्क्रिय विमान हटाए गए हैं। इनमें से 10 एयर इंडिया के थे। इस विमान को उसके प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों सहित बेचा गया, जो अन्य मामलों से अलग है। एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कर्मचारियों को संदेश भेजकर कहा, ‘पुराने विमान का निपटान असामान्य नहीं है, लेकिन यह एक ऐसा विमान है जिसके बारे में हमें हाल ही में पता चला कि यह हमारा था!’ इस घटना से कोलकाता हवाईअड्डे पर विकास के नए अवसर खुल गए हैं। विमान के पार्किंग स्थल पर 2 प्रस्तावित हैंगर में से एक का निर्माण होगा। फिलहाल हवाईअड्डे पर केवल 2 निष्क्रिय विमान बचे हैं, जो सरकारी एलायंस एयर के एटीआर विमान हैं।
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