
सीहोर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर के वीआईटी यूनिवर्सिटी (VIT University, Sehore) में प्रदर्शन और आगजनी मामले में जांच समिति का गठन किया गया है। तीन सदस्यीय समिति इस पूरे मामले की जांच करेगी। वहीं जांच तल को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए है। मप्र निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने VIT विश्वविद्यालय मामले में संज्ञान लिया है। आयोग ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। भोपाल के हमीदिया कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनिल शिवानी को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. संजय दीक्षित को सदस्य और जीएमसी के प्रोफेसर डॉ. लोकेंद्र दवे भी सदस्य बनाए गए। आयोग ने जांच दल को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
गौरतलब है कि वीआईटी यूनिवर्सिटी में बीती मंगलवार की रात हालात अचानक बिगड़ गए। कॉलेज की अव्यवस्थाओं और लापरवाही से नाराज छात्रों ने रातभर जमकर हंगामा किया। मामला तब भड़क गया जब कॉलेज कैंपस में छात्रों में अचानक “पीलिया रोग” फैलने की खबर आई, जिसके बाद कई छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। अधिकांश छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, वहीं कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना के बाद छात्रों में भारी आक्रोश फैल गया और रात होते-होते पूरा कैंपस तनावग्रस्त माहौल में बदल गया। छात्रों का आरोप है कि कैंपस में अव्यवस्था और खराब व्यवस्था के चलते फैल रही बीमारियों को नजरअंदाज किया गया। समस्या बताने पर प्रबंधन के लोगों ने छात्रों के साथ मारपीट की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। इससे माहौल और उग्र हो गया और यूनिवर्सिटी में रातभर हंगामा हुआ। गुस्साए छात्रों ने कैंपस में विरोध प्रदर्शन किया। कई स्थानों पर आगजनी और जमकर तोड़फोड़ की गई।
आष्टा के एसडीओपी आकाश अमलकर ने बताया कि वीआईटी यूनिवर्सिटी के छात्र पानी की समस्या को लेकर परेशान थे और लगातार बीमार हो रहे थे। मंगलवार रात पानी और खाने को लेकर छात्रों ने प्रबंधन से चर्चा की, लेकिन कोई समाधान न होने पर तीन से चार लड़कों द्वारा कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ और आगजनी की जानकारी मिली थी। सूचना मिलते ही आसपास के थानों का बल और पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। छात्रों को उचित समझाइश दी गई। साथ ही साथ प्रबंधन से चर्चा कर समाधान के प्रयास किये गए है। वर्तमान में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।
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