
इंदौर। नगर निगम ट्रैंचिंग ग्राउंड पर मृत पशुओं का नवीन तकनीक से अंतिम संस्कार के लिए इंसीनरेटर लगवा रहा है। अभी तक मृत जानवरों को जमीन में दफनाया जाता था। मगर अब उनका विधिवत अंतिम संस्कार होगा। आने वाले समय में पालतू जानवरों के लिए भी यह सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही अनुपयोगी कपड़ों से धागा और अन्य सामग्री बनाने का प्लांट भी लगवाया जा रहा है, उसका भी भूमिपूजन है और साथ में एक फायर स्टेशन भी बनेगा। हालांकि दो अन्य फायर स्टेशनों के टेंडर पिछले दिनों निगम ने अधिक दर आने के चलते निरस्त कर दिए और अब नए सिरे से उसकी कवायद की जाएगी। अभी ट्रेंचिंग ग्राउंड पर ही 10 हजार स्क्वेयर फीट जमीन पर ये नया फायर स्टेशन बनाया जा रहा है, जिसका ठेका लगभग 80 लाख 71 हजार रुपए में मेसर्स बीके कंस्ट्रक्शन कम्पनी को सौंपा है।
नगर निगम शहर में अलग-अलग स्थानों पर आधा दर्जन फायर स्टेशन स्थापित करना चाहता है, जिसके लिए उसने प्रशासन से जमीन भी हासिल किए। मगर दो स्टेशनों के टेंडर निरस्त किए और अभी एक ही फायर स्टेशन बनेगा, जिसका आज भूमिपूजन महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त दिलीप कुमार यादव द्वारा किया जा रहा है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के प्रभारी अश्विनी कुमार शुक्लाने बताया कि मृत पशुओं के निपटान, फायर स्टेशन और वेस्ट क्लॉथ प्रोसेसिंग प्लांट यानी तीन प्रोजेक्टों का भूमिपूजन आज 11 बजे किया जा रहा है।
इस अवसर पर आयुक्त के अलावा विधायक मधु वर्मा, एमआईसी सदस्य राजेन्द्र राठौर, राजेश उदावत सहित अन्य मौजूद रहेंगे। अभी तक शहर में मिलने वाले मृत जानवरों को नगर निगम उठाकर जमीन में दफना देता था। मगर अब उनका विद्युत शवदाह के जरिए विधिवत अंतिम संस्कार किया जाएगा। महापौर श्री भार्गव के मुताबिक, मृत पशुओं के लिए नवीन और पर्यावरण अनुकुल तकनीक अपनाई जाएगी, जिसके लिए आधुनिक मशीन स्थापित की जा रही है। हरियाणा की कम्पनी माइक्रो टेकनीक ने 3.4 करोड़ का टेंडर दिया गया है और एजेंसी को ही प्लांट लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराई गई है। इसी तरह वेस्ट क्लॉथ प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना हेतु अनुमानित राशि लगभग 2 करोड़ रुपये (जी.एस.टी. पृथक) व्यय संभावित है, जिसमें आवश्यक भूमि, बिजली एवं सिविल कार्य नगर निगम इंदौर द्वारा स्वच्छ भारत मिशन विभाग के माध्यम से किए जाएंगे। पी.पी.पी. मॉडल के अंतर्गत मशीनरी का क्रय, संचालन एवं संधारण चयनित एजेंसी मेसर्स एम/एस ह्यूमन मैट्रिक्स सिक्योरिटी द्वारा किया जाएगा। एजेंसी द्वारा 20 वर्षों तक प्लांट का संचालन किया जाएगा तथा प्राप्त दर अनुसार रु. 1.75 लाख प्रति माह नगर निगम इंदौर को राजस्व के रूप में प्राप्त होंगे।
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