
- दो मार्गों का चौड़ीकरण शुरु- खजूर वाली मस्जिद मार्ग का काम फिलहाल स्थगित
उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले नगर के प्रमुख मार्गों के चौड़ीकरण की प्रक्रिया ने गति पकड़ ली है। पिछले माह हुए भूमि पूजन के बाद अब दो मार्गों पर जमीनी स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है। शांति नगर-नीलगंगा मार्ग पर मकान मालिक स्वयं अपने मकान हटा रहे हैं।
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार चौड़ीकरण के लिए जारी वर्क ऑर्डर के मुताबिक हामूखेड़ी मार्ग तथा शांति नगर-नीलगंगा चौराहा मार्ग पर चौड़ीकरण के लिए प्रभावित भवनों को नोटिस दिए जा चुके हैं। कई स्थानों पर मकान मालिक स्वयं आगे बढ़कर चिह्नित हिस्सों को हटा रहे हैं। नालियों, चबूतरों और अन्य अस्थायी निर्माणों को भी हटाया जा रहा है, ताकि निर्माण एजेंसियों को बिना बाधा कार्य स्थल मिल सके। हामूखेड़ी-बिजासन माता मंदिर से देवास रोड तक का मार्ग लगभग 900 मीटर लंबा और 18 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इस परियोजना पर सिंहस्थ मद से 10.40 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यहां फोरलेन सीसी रोड के साथ सेंट्रल डिवाइडर, स्ट्रीट लाइटिंग, पैदल पथ और नाली निर्माण जैसे सभी कार्य एक साथ किए जाएंगे। क्षेत्र में खुले भूखंड अधिक होने के कारण केवल लगभग 50 मकान इस चौड़ीकरण से प्रभावित हो रहे हैं। इसी तरह शांति नगर से नीलगंगा चौराहा तक 2.76 किलोमीटर लंबे मार्ग का चौड़ीकरण 31.37 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है। इस मार्ग पर कुल 350 मकान प्रभावित बताए गए हैं। पहले चरण में नीलगंगा क्षेत्र से 300 मीटर हिस्से में आने वाले 27 मकानों को नोटिस जारी किए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार कार्य चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि स्थानीय निवासियों को कम से कम असुविधा हो। वहीं दूसरी ओर रवींद्रनाथ टैगोर मार्ग, खजूर वाली मस्जिद से जीवाजीगंज थाना तक प्रस्तावित चौड़ीकरण को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। केडी गेट से खजूर वाली मस्जिद तक पहले से जारी निर्माण कार्य और खुदाई के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। प्रशासन का कहना है कि वहां का काम पूरा होते ही इस मार्ग पर भी चौड़ीकरण शुरू कर दिया जाएगा। नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि इन सभी परियोजनाओं के पूर्ण होने से सिंहस्थ 2028 के दौरान श्रद्धालुओं और आम नागरिकों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी और शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या काफी हद तक समाप्त होगी।