
ना नया केस दर्ज हुआ ना ही लोन माफिया दंपति का सुराग लगा !
इन्दौर। लगभग 4 माह पहले ईओडब्ल्यू ने 100 करोड़ के लोन घोटाले का खुलासा कर लंबी जांच के बाद लोन माफिया दंपति सहित कई लोगों पर केस दर्ज किया था, लेकिन जांच अधिकारी के ट्रांसफर के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। न तो आरोपियों का कोई सुराग लगा है न ही कोई नया केस दर्ज हो सका है ।
ईओडब्ल्यू ने 3 मार्च को लोन माफिया संजय द्विवेदी और उसकी पत्नी नेहा सहित एक दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। हालांकि केस दर्ज होने के एक माह पहले से पुलिस ने कई जगह छापे मारे थे और जांच शुरू की थी। जांच पूरी होने के बाद केस दर्ज किया गया था। कार्रवाई तत्कालीन डीएसपी आनंद यादव के नेतृत्व में की जा रही थी, लेकिन केस दर्ज होने के कुछ दिनों बाद उनका स्थानांतरण हो गया। इसके बाद इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लगभग 4 माह हो जाने के बाद भी इस मामले में न तो आरोपियों का कोई सुराग लगा न ही उनके खिलाफ कोई और नया केस दर्ज हो सका है, जबकि यादव ने जांच के दौरान उनके घोटालों को चिह्नित कर 4 और नए केस दर्ज करने के लिए मुख्यालय को फाइल भेजी थी, लेकिन उनके जाने के बाद कोई नया केस दर्ज नहीं हो सका है।
क्या था घोटाला
छापे के बाद पता चला था कि आरोपी दंपति ने जहां किसानों को अपनी कंपनी में पार्टनर बनाकर उनकी जमीन गिरवी रखकर लोन ले लिया था तो कहीं फर्जी एडवाइजरी कंपनियां बनाकर बैंकों से करोड़ों का लोन ले लिया था। यही नहीं, इन्होंने कई फाइनेंस कंपनियों को भी चूना लगाकर लोन पर 100 के करीब वाहन भी खरीद लिए थे। छापे में पुलिस को उनकी 50 से अधिक कंपनियों के एग्रीमेंट और 60 से अधिक कंपनियों की जानकारी मिली थी। इसकी जांच की जा रही थी। एक मामले में केस दर्ज किया गया था, जबकि 4 से 5 और केस दर्ज करने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक कोई केस दर्ज नहीं हो सका।
हातोद थाने में भी है एक केस
आरोपी दंपति के खिलाफ किसानों के साथ लाखों की धोखाधड़ी करने का एक मामला पहले से दर्ज है। आरोपियों ने इसी तरह बेटमा और देपालपुर के किसानों के साथ भी धोखाधड़ी की। इन लोगों की जमीन बैंक में गिरवी रखकर लाखों का लोन ले लिया और फिर लोन की राशि अपनी कंपनियों में ट्रांसफर कर ली। इसकी अलग से हातोद पुलिस जांच कर रही है।
एसपी और डीएसपी के आने से अब नए सिरे से हो रही है जांच
सूत्रों के अनुसार ईओडब्ल्यू में अब नए एसपी धनंजय शाह आ गए हैं और डीएसपी अजय जैन अब इस मामले की जांच कर अपने स्तर पर मामला देख रहे हैं। इसके चलते ही जांच में देरी की बात कही जा रही है, लेकिन अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वे जल्द ही इस मामले सहित लंबित पड़े पुराने प्रकरणों की फाइलें भी खोलकर उन्हें पूरा करेंगे। हालांकि लॉकडाउन के चलते इन जांचो में लेटलतीफी की बात भी अधिकारी कह रहे हैं।
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