
तिरुवल्लुवर। तमिलनाडु के तिरुवल्लुवर जिले (Tiruvallur District) से एक चौंका देने वाली घटना सामने आयी है। जिले के पोथत्तुरपेट में नल्लथिनिरकुलम स्ट्रीट के रहने 56 साल के गणेशन (Ganeshan) की सांप के डसने से मौत हो गई। गणेशन सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में लैब असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहे थे। 22 अक्टूबर की सुबह घर पर सोते समय सांप के काटने से गणेशन की मौत हो गई। उनके बेटे ने पोथत्तुरपेट पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने केस दर्ज किया और जांच कर रही थी। इसी बीच परिवार वालों ने उनके नाम पर किये गए बीमा को लेकर क्लेम किया। यह राशि 3 करोड़ रुपये की थी। इंश्योरेंस कंपनी को परिवार के लोगों के अलग-अलग बयान देने से शक हुआ। कंपनी ने नॉर्दर्न जोन के आईजी असरा गर्ग के पास शिकायत दर्ज कराई। 6 दिसंबर को मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया तो बेटों की साजिश का सारा कच्चा चिठ्ठा सामने आ गया।
पुलिस जांच में पता चला कि गणेशन के नाम पर कई महंगी इंश्योरेंस पॉलिसी थीं। उन्हें पाने के लिए, गणेशन के बेटों मोहनराज और हरिहरन ने बालाजी (28 साल), प्रशांत (35 साल), नवीन कुमार (28 साल) और दिनकरन (28 साल) के साथ मिलकर अपने पिता की सांप से कटवाकर हत्या कर दी। शक की एक ओर बड़ी वजह थी। 22 अक्टूबर की सुबह जब गणेशन की मौत हुई उससे ठीक एक सप्ताह पहले उनको कोबरा सांप ने काटा था। हालांकि, पड़ोसियों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया जिससे उनकी जान बच गई। एक सप्ताह बाद उन्हें फिर से सांप ने काटा, लेकिन इस बार परिवार वालों ने उन्हें अस्पताल ले जाने में देर कर दी।
गणेशन को 2 बार सांप का काटना परिवार वालों की उनके इलाज को लेकर बरती गई उदासीनता। शक की बड़ी वजह बनी, जब पुलिस ने दोनों बेटों के कॉल रिकॉर्ड्स की जांच की तो पता चला कि बेटों ने दोस्तों के जरिये सांप का इंतजाम किया, जिससे कटवाकर उन्होंने अपने पिता की हत्या की ताकि इंश्यूरेंस के तीन करोड़ रुपये मिल जाएं। इस मामले में पुलिस ने दोनों बेटों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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