
पुरानी आरटीओ बिल्डिंग में ज्यादा तोडफ़ोड़ नहीं होगी, सिंहस्थ से पहले होगा निर्माण पूर्ण, महेश्वर में पर्यटन विभाग करवा रहा है काम
इंदौर। पुराने आरटीओ भवन (Old RTO building) के साथ खाली जमीन (Vacant land) पर अहिल्या बाई होल्कर (Ahilya Bai Holkar) का स्मारक (monument) बनाया जाएगा। वैसे तो यह 100 करोड़ रुपए से अधिक का प्रोजेक्ट है, मगर अभी पहले चरण पर 40 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है। पुराने भवन में मौजूद हॉल सहित अन्य निर्माणों को तोड़ा नहीं जा रहा है, बल्कि उसी को व्यवस्थित रूप दे रहे हैं। थ्रीडी प्रोजेक्शन, लाइट एंड साउंड शो और अन्य चित्रों के माध्यम से अहिल्या बाई के जीवन को प्रदर्शित किया जाएगा। दूसरी तरफ महेश्वर में उज्जैन के महाकाल लोक की तर्र्ज पर अहिल्या लोक भी निर्मित होगा।
मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा 110 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है, जिसमें अहिल्या लोक विकसित होगा। कैबिनेट ने कुछ माह पूर्व इसकी मंजूरी भी दी है और अब टेंडर सहित अन्य प्रक्रिया शुरू की गई है। नर्मदा तट पर लाइट एंड साउंड शो, पुराने मंदिर और घाटों का जीर्णोद्धार करने के साथ पूरे नर्मदा तट को विकसित किया जा रहा है। तीन हिस्सों में इस अहिल्या लोक को तैयार किया जा रहा है, जिसमें लोकमाता की जीवंत कहानी, उनके प्रेरक प्रसंग, इंदौर आगमन, विवाह, शौर्य गाथा के साथ-साथ आध्यात्मिक कार्यों की प्रस्तुति, एक फिल्म भी बनाई जाएगी। वहीं दूसरे और तीसरे हिस्से में म्यूजियम का जीर्णोद्धार, बाग-बगीचों का विकास, माता अहिल्या की गादी और उनके द्वारा बनवाए शिव मंदिरों के साथ सभी मंदिरों का जीर्णोद्धार होगा और यहां की बुनकर कला को भी प्रदर्शित करेंगे, जिसमें महेश्वरी साडिय़ों और अन्य कपड़ों की ब्रांडिंग भी की जाएगी। 15 एकड़ जमीन भी इसके लिए चिन्हित की गई है, जो नर्मदा किनारे मौजूद है। इसके निर्माण के बाद महाकाल लोक की तरह बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे और सिंहस्थ के पूर्व इस अहिल्या लोक का निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य रखा है, क्योंकि देश-दुनिया से जो लाखों-करोड़ श्रद्धालु आएंगे, वे ओंकारेश्वर-महेश्वर भी अवश्य पहुंचेंगे। दूसरी तरफ इंदौर में भी 40 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर अहिल्या बाई होल्कर के भव्य स्मारक को निर्मित किया जा रहा है। स्मारक प्रतिष्ठा के अध्यक्ष और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन हैं, जिन्होंने इंदौर में राजवाड़ा पर आयोजित कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष इस प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन भी करवाया था। इससे जुड़े समाजसेवी रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि यह पूरे प्रोजेक्ट तो लगभग 100 करोड़ का है, मगर पहले चरण पर 40 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है, जिसमें 5 करोड़ रुपए के सहयोग की घोषणा इंदौर के जाने-माने उद्योगपति और दानवीर तथा इस ट्रस्ट के ट्रस्टी विनोद अग्रवाल कर चुके हैं। वहीं अन्य की सहभागिता भी मिल रही है। पुराने आरटीओ भवन और उससे जुड़ी भूमि पर यह भव्य स्मारक निर्मित होगा, जिसका काम फिलहाल तेज गति से चल रहा है।
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