
कांग्रेस ने गांधी प्रतिमा पर बजाए झांझ-मंजीरे, भाजपा को सद्बुद्धि के लिए गाए भजन
इन्दौर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MNREGA) का नाम बदले जाने एवं उसके मूल स्वरूप में किए गए बदलावों के विरोध में कल शहर में कांग्रेस (Congress) के साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी (freedom fighter) एवं उनके उत्तराधिकारी संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से योजना को उसके पुराने नाम और मूल स्वरूप में तत्काल लागू करने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष अजय सीतलानी ने कहा कि महात्मा गांधी ऐसे महापुरुष हैं, जिनके सम्मान में दुनिया के लगभग 150 देशों में 400 से अधिक डाक टिकट जारी किए गए हैं। ऐसे विश्ववंदनीय महापुरुष का नाम किसी योजना से हटाना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह उनका सीधा अपमान भी है। पूर्व मंत्री दिलीप राजपाल, प्रदेश प्रवक्ता आनंद जैन कासलीवाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने केवल योजना का नाम ही नहीं बदला, बल्कि इसके मूल स्वरूप को भी पूरी तरह बदल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना से रोजगार की गारंटी समाप्त कर दी गई है। अब कितने दिन का रोजगार मिलेगा और किस गांव में कौन सा कार्य होगा, यह सब केंद्र सरकार तय करेगी, जबकि पहले यह अधिकार ग्राम पंचायतों के पास था। प्रदर्शन में मनोहर तोमर, विकास जोशी, राकेश जोशी, विजय पुनकर, कामू कुरसई, जानकीलाल पटेरिया, किशन भालसे सहित बड़ी संख्या में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उनके उत्तराधिकारी उपस्थित रहे। उधर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झांझ-मंजीरे बजाकर भजन-कीर्तन किया और भाजपा सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना की। चिंटू चौकसे एवं विपिन वानखेड़े ने कहा कि मनरेगा देश की सबसे महत्वपूर्ण और व्यापक रोजगार गारंटी योजना रही है, जिसका नाम बदलना उचित नहीं। इस विरोध प्रदर्शन में संजय बाकलीवाल, देवेंद्रसिंह यादव, रीना बौरासी, सदाशिव यादव, पार्षद राजू भदौरिया, राजा चौकसे, शैलेष गर्ग, अंसाफ अंसारी, अनवर दस्तक, कुणाल सोलंकी, सुदामा चौधरी, सोनिला मिमरोट, अमन बजाज, मुकेश यादव, सच सलूजा, कपिल सोनकर, सन्नी राजपाल, दिलीप कौशल, रवि गुरनानी, किरण जिरेती, रीता डागरे, शशि हाड़ा, रायमुनि भगत, जौहर मानपुरवाला, सुधीर सेठिया, इम्तियाज बेलिम, योगेंद्र मौर्य, गिरीश जोशी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।