
इन्दौर। आवारा श्वानों को लेकर नगर निगम की हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई और अब आने वाले दिनों में निगम के साथ-साथ एनजीओ की टीमें आवारा श्वानों के लिए हर वार्ड में अलग-अलग स्थानों पर भोजन देने के स्थान चिन्हित करेगी। वहां बकायदा बोर्ड भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर भी शेल्टर होम बनाए जाने की तैयारी है।
आवारा श्वानों के मामले को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त दिलीपकुमार यादव ने स्वास्थ्य विभाग से लेकर संबंधित विभागों की बैठक बुलाई थी, जिसमें एनजीओ की टीमों के साथ-साथ हैदराबाद की वेट सोसायटी फॉर एनिमल वेलफेयर रूलर डेवलपमेंट के पदाधिकारी और कई एनजीओ भी शामिल हुए। बैठक में आवारा श्वानों की नसबंदी को लेकर तेजी से अभियान चलाए जाने को कहा गया और आने वाले दिनों में इस मामले कोलेकर नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे और ट्रेंचिंग ग्राउंड के अलावा कई अन्य स्थानों पर शेल्टर होम भी बनाए जाने की तैयारी है।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि कई वार्डों में ही सार्वजनिक स्थानों पर श्वानों को भोजन देते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ती है। अब निगम और एनजीओ की टीमें हर वार्ड में श्वानों को भोजने देने केलिए अलग-अलग स्थान तय करेरगी और वहां सूचना बोर्ड भी लगाए जाएंगेा और साथ ही लोगों से अपील की जाएगी कि वे निर्धारित स्थानों पर भोजन कराएं।
टास्क फोर्स भी गठित होगा
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि आवारा श्वानों की समस्या के लिए निगम द्वारा टास्क फोर्स गठित किया जाए, जिसमें एनजीओ के पदाधिकारी और निगम के अधिकारी शामिल रहेंगे और यह टास्क सार्वजनिक स्थानों से आवारा श्वानों को पकडऩे की कार्ययोजना तैयार करेगा। स्कूल, कालेज और प्रमुख चौराहों पहर इसको लेकर जनजागरण भी चलाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सडक़ों पर घूमने वाले कुत्ते भूख के कारण लोगों को काटने के लिए दौड़ते हैं और उसी के चलते उनकी आक्रामक स्थिति बनती है, लेकिन यदि निगम फूड पाइंट बनाता है तो कुत्तों की काटने की समस्या का भी हल निकल सकेगा।

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